निर्जला एकदशी पर इस्कॉन मे सायं 04:00 बजे से प्रातः 04:00 बजे तक 12 घंटे चलेगा अखंड हरिनाम संकीर्तन
पांडवा निर्जला एकादशी का पालन करने से 10000 वर्षों की तपस्या का फल मिलता है, इस एकादशी में रात्रि जागरण करने का बहुत लाभ है , यह जागरण अपने पूर्वजों को भी भगवान के धाम पहुंचा देता हैं ।
एकादशी का व्रत करना सभी तीर्थों में स्नान करने के समान है, निर्जला एकादशी का व्रत करने से मनुष्य सभी पापों से मुक्ति पाता और इस व्रत से समस्त एकादशी व्रतो का लाभ मिलता है।
मन्दिर अध्यक्ष श्रीमान अपरिमेय श्याम प्रभुजी के दिशा-निर्देशन में दिव्य निर्जला एकादशी महा महोत्सव पर सायं 04:00 बजे से अगले दिन प्रातः 04:00 बजे तक अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन किया गया है, जिसमे लखनऊ एवं आस-पास के भक्त उत्साहपूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं, जो अगले दिन प्रातः मंगला आरती करके मन्दिर मे ही व्रत का पारण करेंगे और इस निर्जला एकादशी महा महोत्सव को सफल बनाकर अपना मानव जीवन भी सफल बनायेंगे l