लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव 2024 के भव्य मंच पर सुर ताल संगम के कलाकारों का हुआ सम्मान
लक्ष्मणपुर अवध महोत्सव 2024 कि संस्कृत बेला पर डॉ जया श्रीवास्तव के निर्देशन में बेहतरीन कलाकारों ने सजाई सुरों की शानदार महफ़िल। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मशहूर शायर फ़ैज़ ख़ुमारी बाराबंकवी को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह आदि भेंट करके संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री अजय श्रीवास्तव, डायरेक्टर डॉ जया श्रीवास्तव एवं संरक्षिका सहर जावेद फारूकी समेत सभी प्रमुख पदाधिकारियों ने सम्मानित किया।
संस्था की डायरेक्टर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायिका डॉ जया श्रीवास्तव ने घर में पधारो गजानन जी के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों का सिलसिला देर रात तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध करता रहा, जिसमें प्रमुख रूप से जानी मानी गायिका वंदना श्रीवास्तव ने लता मंगेशकर के सदाबहार गीत सुनाये, वहीं अनीता सिंह ने माई नहीं माई और मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां गाकर सबका मन मोह लिया। सीमा श्रीवास्तव ने कहे तोसे सजना गाया, तो सुर ताल संगम संस्था की प्रशिक्षु नीता प्रजापति ने बाबुल प्यारे सुनाकर लोगों को भावविह्वल कर दिया। प्रकाश खन्ना ने शादी के लिए रजामंद कर ली गाया तथा सलीम अब्बासी ने मैं सेहरा बांध के आऊंगा पर शानदार प्रस्तुति दी। दिनेश श्रीवास्तव का बहारों फूल बरसाओ अत्यंत मनमोहक रहा तो रमन श्रीवास्तव का बाबुल का ये घर ने आंखों को नम कर गया। लोकप्रिय गायिका डॉ जया श्रीवास्तव ने विदाई गीत सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
इनके अलावा कई जाने माने और नवोदित कलाकारों ने खूबसूरत संगीत प्रस्तुत करके खूब वाहवाही बटोरी।
अवध महोत्सव के संस्कृत मंच सेअंकिता सूर्यवंशी ने मुझको हुई ना खबर पे अपनी प्रस्तुति दी, प्रियंका का सजना है मुझे सजना का लिया गाना पर अपनी प्रस्तुति दी, मुस्कान कनौजिया ने मेरी जान गाना पर अपनी प्रस्तुति दी अक्षत श्रीवास्तव ने अपनी स्टैंडअप कॉमेडी की।
सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह एवं उपाध्यक्ष एन बी सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया तथा महोत्सव में आए सभी का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।