साहित्य सेवा में  अतुलनीय योगदान के लिए  नई दिल्ली की वर्थी संस्था द्वारा राष्ट्रीय प्रतिभा  सम्मान से नवाजा गया

Awarded with National Talent Award by Varthi Sansthan of New Delhi for his incomparable contribution in literary service.
Awarded with National Talent Award by Varthi Sansthan of New Delhi for his incomparable contribution in literary service.
शब्दों के जादूगर दीपक कुमार चौहान को उनके  साहित्य सेवा में  अतुलनीय योगदान के लिए  नई दिल्ली की वर्थी संस्था द्वारा राष्ट्रीय प्रतिभा  सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान मिलने पर दीपक चौहान को परिजनों सहित शुभचिंतकों ने बधाई देते हुए हर्ष व्यक्त किया है।

जनपद मुख्यालय बलरामपुर नगर के टेढ़ी बाजार निवासी मन्नू लाल चौहान व चुन्नी देवी के तीसरे नम्बर के पुत्र दीपक कुमार चौहान बचपन से ही लेखन में काफी रुचि रखते थे। 1991 में  बरेली कॉलेज बरेली से बीकॉम करने के उपरांत साहित्य को ही अपना हथियार बनाते हुए 1992 में हिन्दी साहित्य में स्नातक,1993 में पत्रकारिता,1995 में हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर  तथा 2014 में एम कॉम की डिग्री हासिल की।

 शुरुआती दौर से ही लिखने पढ़ने के शौकीन और साहित्य सेवा के लिए दृढसंकल्पित दीपक चौहान की साहित्य साधना के कारण ही दो बार युवा साहित्यकार पुरस्कार, टीवी सीरियल शेष प्रश्न धारावाहिक साहित्यिक प्रतियोगिता मुम्बई के द्वारा प्रशंशा पत्र, गृह मंत्रालय भारत सरकार की पत्रिका पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो नई दिल्ली द्वारा पुरस्कार प्राप्त होने के साथ ही हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा  2004 व 2005 में सारस्वत सम्मान,2005 डॉ राम कुमार वर्मा पुरस्कार एवं श्री केशरीनाथ त्रिपाठी अभिनंदन ग्रन्थ समारोह 2004 में सरस्वती सम्भावर्चना सम्मान सहित कई पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।

पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद साहित्य सेवा व समाजोपयोगी कार्य मे निरंतर प्रयास जारी रखा। वर्तमान में दीपक कुमार 51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी बलरामपुर में  वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं।  उनकी साहित्य साधना व मानव हित में सदैव अपना अतुलनीय योगदान के लिए नई दिल्ली की वर्थी संस्था ने उन्हें राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान से नवाजा है। सम्मान उन्हें डाक के जरिये प्राप्त हुआ है। सम्मान के रूप में मेडल, स्मृति चिन्ह व प्रशास्ति पत्र प्राप्त हुआ है। दीपक कुमार लेखन के क्षेत्र में लगातार प्रयासरत हैं उनके लेख जापान के अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में भी ऑनलाइन प्रस्तुत हुआ जिसे काफी सराहा गया। उनके कई शोधपत्र अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय प्रकाशित हो चुके हैं। दीपक चौहान ने सम्मानित होने पर अपने माता पिता,परिवार के सभी सदस्यों ,शुभचिंतकों व संस्था के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक नई ऊर्जा प्रदान करेगा। उनकी सफलता पर बटालियन के अधिकारियों सहयोगी शुभचिंतकों व मित्रो ने बधाई देते हुए हर्ष व्यक्त किया है।

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