राजधानी लखनऊ में बैंक ऑफ इंडिया का अधिकारी मिलन समारोह, निजीकरण से लेकर निजी समस्याओं तक चर्चा
मुख्य अतिथि ने कहा उत्तर प्रदेश में शाखाओं की संख्या में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं है । जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आते दिन बैंक कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। जिसमें डीपीटी जैसे कई सरकारी कार्य भी शामिल हैं। इसके साथ ही मीडिया वार्ता के दौरान मुख्य अतिथि ने बैंको के निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि सरकार ने जब इसकी चर्चा संसद में की तब हम सभी ने इसका पुरजोर विरोध किया ।
संबोधन के दौरान कई अधिकारियों ने अपने सुझाव व समस्याएं भी मुख्य अतिथि के सामने रखी । जिसके समाधान को लेकर चर्चा हुई । तो वहीं कार्यक्रम में मौजूद बैंक ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि चर्चा के दौरान निजीकरण के साथ साथ बैंको की आंतरिक समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया है ।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिस्थितियों में हमारे अधिकारियों के बीच संगठन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना रहा । साथ ही संगठन तथा अधिकारियों के हित में नीतिगत विषयों पर और साथ ही साथ संगठन को और अधिक सशक्त बनाने पर चर्चा हुई । इस चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश के जोनल जनरल सेक्रेटरी रवींद्र सिंह और लखनऊ जोन सेक्रेटरी अर्जुन तिवारी मौजूद रहे ।