विकसित भारत के निर्माण में यथासंभव योगदान दें
वर्ष 2024 की थीम है- “भारतीय वायु सेना सक्षम, सशक्त एवं आत्मनिर्भर" अर्थात किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है I सीनियर अंडर ऑफिसर पलक गुप्ता, अंडर ऑफिसर स्वीटी सिंह तथा सोनल सिंह ने पावरप्वाइंट प्रस्तुतीकरण एवं वीडियो के माध्यम से भारतीय वायु सेना के इतिहास, विजन और मिशन से परिचित कराते हुए बताया
कि 8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायु सेना की स्थापना हुई थी और तब से यह दिन भारतीय सैन्य इतिहास में एक महत्वपूर्ण तिथि के रूप में जाना जाता है I वायु सेना दिवस का मुख्य उद्देश्य भारतीय वायु सेना की ताकत, संकल्प और सतर्कता को प्रदर्शित करना है I भारतीय वायु सेना ने विभिन्न युद्धों और ऑपरेशन में अपनी कुशलता और वीरता का परिचय दिया है न केवल युद्ध के समय बल्कि आपदा राहत अभियानों में भी वायु सेना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है I
भारतीय वायुसेना के पास अति आधुनिक लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, एयरक्राफ्ट और अन्य आधुनिक तकनीकी उपकरण है, जो इसे वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाते हैं I कॉरपोरल बुशरा हामिद, जानवी दुबे एवं सौम्या थापा ने गीत प्रस्तुत कर उपस्थित सभी में जोश का संचार किया Iप्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई I जिसमें कैडेट शिप्रा गौतम, प्रियांशी सोनी, दिव्यांशी वर्मा, लक्षिका किशोर, निष्ठा रस्तोगी, अवंतिका गुप्ता, कशिश गौतम आदि ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया I
कार्यक्रम संयोजक मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी ने कहा कि वर्ष 2024 की थीम दर्शाती है कि किस प्रकार से वर्तमान में वायु सेना सक्षम,सशक्त और आत्मनिर्भर हुई है I यह दिवस उन सभी जांबाज शूरवीरों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी दिन है जो प्रतिक्षण हम सभी की सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है I हमारा यह दायित्व बनता है कि देश की एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए कृत संकल्प रहें और विकसित भारत के निर्माण में यथासंभव योगदान दें Iप्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने कैडेट्स के प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें सदैव राष्ट्र के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित किया I कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट उपस्थित रहे I एनसीसी गान एवं भारत माता की जय के उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ I