मरीज को देखने कुर्सी से नहीं उठे डाक्टर साहब जांच में पाए गए दोषी
दरअसल शिकायत कर्ता पीके गुप्ता निवासी बहरा सौदागर लखनऊ रोड हरदोई ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराते हुए अवगत कराया कि वे बीते 19 सितंबर की रात करीब सवा 10 बजे अपनी पुत्री अदिति को मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में लेकर पहुँच थे जहाँ पर इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डा. सदमन आलम ने उनके मरीज को नहीं देखा और लगभग 15 मिनट पश्चात् प्रतीक्षा करने पर भी डा. आलम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। यही नहीं बार बार मरीज देखने की बात कहने पर उक्त चिकित्सक अभद्रता करने लगे। इस तरहं की संवेदनहीनता से क्षुब्ध होकर मामले की शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज कराई गई।
डॉ. अमित आनंद व डा. रफी खान की संयुक्त कमेटी द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के अनुसार 24 अक्टूबर 2024 के द्वारा लिखित स्पष्टीकरण चाहा गया, जिसके क्रम में डा० सदमन आलम, चिकित्साधिकारी ने अपना लिखित स्पष्टीकरण दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनसे मरीज को देखने में 05 मिनट की देरी हुयी जिस हेतु वह गलती स्वीकार कर रहे हैं। तत्क्रम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति न होने की चेतावनी दी गयी व डा. सदमन आलम के विरूद्ध प्रधानाचार्य, एएसएमसी को अनुशासनात्मक कार्यवाही की संस्तुति हेतु लिखा गया। शिकायतकर्ता पीके गुप्ता का कहना है कि चिकित्सक की संवेदनहीनता की जांच नगर मजिस्ट्रेट से कराई जाए, जांच में दोषी पाए गए चिकित्सक के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाए।