चिकित्सकों ने कहा कि अपनायें आदर्श जीवन-शैली
कहा हमारी हड्डियों का स्वास्थ्य अनमोल है। सभी उम्र के लोगों को हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम प्रधान भोजन, नियमित व्यायाम और कुछ देर तक धूप सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूध, तिल आदि कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं लेकिन विटामिन डी के अभाव में शरीर कैल्शियम को अवशोषित नहीं कर पाता; इसलिए जाड़े के दिनों में नित्य धूप में तिल के तेल से मालिश करके ताजे या गुनगुने पानी से स्नान करना चाहिए।
कहा यह रोग पचास की आयु के बाद किसी को भी हो सकता है लेकिन महिलाओं को अधिक होता है। उन्होंने कहा कि आदर्श वज़न रखेंगे तो ठीक रहेगा। उन्होंने कहा कि हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए चीनी और चीनी से बनी चीजों से बचें। सीनियर होम्योपैथ डॉ० सरल कुमार ने कहा कि मेनोपॉज के बाद हार्मोन की गड़बड़ी से महिलाएं हड्डियों के इस रोग से अधिक कष्ट पाती हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाएं बच्चों के निर्माण में लगी रहती हैं और अपने खान-पान पर ध्यान कम देती हैं जो आगे चलकर उनके लिए दुखदाई होता है। उन्होंने कहा कैल्शियम और विटामिन डी के लिए धूप सेंकने के साथ-साथ दूध और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। उन्होंने गुग्गुल युक्त औषधियों से हवन करने पर जोर दिया। डॉ श्रुति दिलीरे, डॉ अभिषेक पाण्डेय, शिवकुमार, दीपाली व अन्य उपस्थित रहे।