सीएसआईआर-एनबीआरआई, लखनऊ के विशेषज्ञों ने की पुष्पकृषि उद्यमियों की वार्ता
 

Experts from CSIR-NBRI, Lucknow interacted with floriculture entrepreneurs
Experts from CSIR-NBRI, Lucknow interacted with floriculture entrepreneurs
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)। सीएसआईआर-पुष्पकृषि मिशन के तहत, सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में एक द्वि-दिवसीय उद्यमी बैठक (13-14 नवम्बर 2024) आज शुरू की गयी। यह कार्यक्रम पुष्पकृषि और सुगंध उद्योग क्षेत्रों के उद्यमियों एक साथ लाने और उनके परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने, उद्योग की व्यावहारिकता एवं अनुभवों को साझा करने और नवीन विकसित तकनीकियों के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया। 


सभी उद्यमियों का स्वागत करते हुए, सीएसआईआर-एनबीआरआई के निदेशक डॉ. ए.के. शासनी ने संस्थान द्वारा विकसित नमो: 108 पेटल लोटस  पर आधारित विभिन्न हर्बल उत्पादों और कृषि प्रौद्योगिकियों के बारे में समग्र रूप से जानकारी दी।संस्थान के व्यवसाय विकास विभाग के प्रमुख, एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मनीष भोयर ने बताया कि नमो: 108 पेटल लोटस (कमल)  पर आधारित कुल तीन प्रौद्योगिकियों जिनमे मुख्य रूप से नमो: 108 पेटल लोटस (कमल)  की कृषि तकनीक एवं नमो: 108 पेटल लोटस (कमल) पर आधारित परिधान, को तीन उद्यमियों को हस्तांतरित किया गया।


नमोह: 108 पेटल लोटस के लिए कृषि-तकनीक दो उद्योगों मेसर्स प्रिसेशन एग्री टेक, पुणे, महाराष्ट्र और मेसर्स लोटस एग्रो वेल्थ, इरोड, तमिलनाडु को हस्तांतरित की गई जबकि लोटस पर आधारित परिधान की तकनीक मेसर्स 108 लोटस इंटरनेशनल क्लोथिंग कंपनी, इरोड, तमिलनाडु को हस्तांतरित की गई। 


इस अवसर पर लोटस आधारित तकनीकों के द्वारा पुष्प कृषि-उद्यमियों के लिए लघु उद्योग स्थापित करने के विभिन्न मुद्दों जैसे सीमाओं, लाभों, किफायती और व्यापार मॉडल पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एस.के. तिवारी, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विवेक श्रीवास्तव और अन्य उपस्थित थे। अंत में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनीष भोयर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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