12 से 4 रेल का चक्का जाम ,किसान आंदोलन के नाम पर सरकार का विरोध जारी
पूरे देश के किसान एक जुट होकर सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं

Farmers protest rail roko andolan पूरे देश में किसान आंदोलन के दौरान 12 से 4 बजे तक रेल रोक कर अपना विरोध आया जा रहा है पूरे देश में एक साथ किसानों के द्वारा 12:00 से 4:00 तक रेल रोककर अपना आंदोलन किया जा रहा है पिछले तीन महीनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं किसानों की मांग है कि कृषि बिल से संबंधित जो तीन बिल लाए गए हैं उसको पूरी तरीके से वापस लिया जाए उसके बिना कल किसानों का आंदोलन थमने वाला नहीं है।
Large scale #Farmersprotests happening in south India in #Telangana since 10 days as part of #RajivRaithuBharosaPadayatra But,national media being ignorant?@INCIndia @AICCMedia @Pawankhera @srivatsayb @LavanyaBallal #jaijawan_jaikisan #KisanAndolan pic.twitter.com/5AmIPLg00r
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) February 18, 2021
अनु के ग्रुप के द्वारा लगातार अपनी बातों को सोशल मीडिया के द्वारा रखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि 12:00 से 4:00 तक किसानों का रैली का आंदोलन है जिसमें पूरे देश से किसानों से सहयोग मांगा गया है जिसमें प्रदेशभर से जितने भी किसान यूनियन है उनसे सहयोग की अपेक्षा की गई है साथ में कई पॉलीटिकल पार्टीज भी किसानों के आंदोलन में साथ में खड़ी है।
Farmer Unions have called for a nationwide rail roko today between 12-4.
— Deep Singh Jhajj (@DeepSinghJhajj1) February 18, 2021
Let's support our farmers and make the deaf govt hear them.#KisanAndolan#FarmersProstests#RailRokoForFarmers pic.twitter.com/SRZmyUvCkD
इस बात की भी मांग की जा रही है जब सारे किसान नाराज चल रहे हैं तो सरकार को जो वाकई में किसान है उन से बैठ कर बात करनी चाहिए और मोदी सरकार को जो भी किसान चाहते हैं उनकी बातों को मानना चाहिए और बातों से ही हल निकल सकता है
If the entire Farmers Clan is unhappy with new Farm Bills ..
— Aarti (@aartic02) February 18, 2021
Why can't Modi Govt take a step back, discuss with actual farmers & redo it 🤔 #RailRokoForFarmers pic.twitter.com/iqDOPFdDap
आंदोलन में इस बात की भी मांग की जा रही है कि किसानों को उद्योगपतियों के हाथों ना भेजा जाए और किसान अपनी उपज का फायदा पाने के लिए सरकार खास करके एमएसपी को कानून के दायरे में लाने की मांग की जा रही है लेकिन सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि हम एसपी कभी भी कानून के दायरे में नहीं था और एमएसपी लगातार जारी रहेगा किसानों से और सरकार के बीच में कई दौर की वार्ता होने के बावजूद अभी तक इस मामले का हल नहीं निकल रहा है
इसी बीच में किसानों के आंदोलन के बीच में किसानों के साथ में रहकर कई आतंकवादी तत्वों भी जिसमें खालिस्तान मोर्चे का खास करके नाम आया वह भी किसानों के आंदोलन के जरिए देश में हिंसा भड़काने का प्रयास किया था जिसका खुलासा भी हो चुका है सरकार द्वारा बार-बार कहा जा रहा है कि किसानों को जो भी दिक्कतें हैं उनकी समस्याओं को मिल बैठकर बात करने के बाद समस्याओं को हल किया जाएगा लेकिन उसके बावजूद किसान आंदोलन के नाम पर विरोधी दल और सरकार को कमजोर करने वाले तत्व लगातार लगे हुए हैं।
Don't put our farmers at the mercy of the corporates.#RailRokoForFarmers pic.twitter.com/uQLHO56IUp
— Jasmine Kaur Sandhu ❤️ (@Sandhu___Jass) February 18, 2021
Farmers have great importance in our society. They're the ones who provide us food to eat.Since every person needs proper food for their living,so they are a necessity in the country.#RailRokoForFarmers pic.twitter.com/94lzht4ilU
— Jasmine Kaur Sandhu ❤️ (@Sandhu___Jass) February 18, 2021