12 से 4 रेल का चक्का जाम ,किसान आंदोलन के नाम पर सरकार का विरोध जारी

12 से 4 रेल का चक्का जाम ,किसान आंदोलन के नाम पर सरकार का विरोध जारी

Farmers protest rail roko andolan पूरे देश में किसान आंदोलन के दौरान 12 से 4 बजे तक रेल रोक कर अपना विरोध आया जा रहा है पूरे देश में एक साथ किसानों के द्वारा 12:00 से 4:00 तक रेल रोककर अपना आंदोलन किया जा रहा है पिछले तीन महीनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं किसानों की मांग है कि कृषि बिल से संबंधित जो तीन बिल लाए गए हैं उसको पूरी तरीके से वापस लिया जाए उसके बिना कल किसानों का आंदोलन थमने वाला नहीं है।


अनु के ग्रुप के द्वारा लगातार अपनी बातों को सोशल मीडिया के द्वारा रखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि 12:00 से 4:00 तक किसानों का रैली का आंदोलन है जिसमें पूरे देश से किसानों से सहयोग मांगा गया है जिसमें प्रदेशभर से जितने भी किसान यूनियन है उनसे सहयोग की अपेक्षा की गई है साथ में कई पॉलीटिकल पार्टीज भी किसानों के आंदोलन में साथ में खड़ी है।





इस बात की भी मांग की जा रही है जब सारे किसान नाराज चल रहे हैं तो सरकार को जो वाकई में किसान है उन से बैठ कर बात करनी चाहिए और मोदी सरकार को जो भी किसान चाहते हैं उनकी बातों को मानना चाहिए और बातों से ही हल निकल सकता है



आंदोलन में इस बात की भी मांग की जा रही है कि किसानों को उद्योगपतियों के हाथों ना भेजा जाए और किसान अपनी उपज का फायदा पाने के लिए सरकार खास करके एमएसपी को कानून के दायरे में लाने की मांग की जा रही है लेकिन सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि हम एसपी कभी भी कानून के दायरे में नहीं था और एमएसपी लगातार जारी रहेगा किसानों से और सरकार के बीच में कई दौर की वार्ता होने के बावजूद अभी तक इस मामले का हल नहीं निकल रहा है

इसी बीच में किसानों के आंदोलन के बीच में किसानों के साथ में रहकर कई आतंकवादी तत्वों भी जिसमें खालिस्तान मोर्चे का खास करके नाम आया वह भी किसानों के आंदोलन के जरिए देश में हिंसा भड़काने का प्रयास किया था जिसका खुलासा भी हो चुका है सरकार द्वारा बार-बार कहा जा रहा है कि किसानों को जो भी दिक्कतें हैं उनकी समस्याओं को मिल बैठकर बात करने के बाद समस्याओं को हल किया जाएगा लेकिन उसके बावजूद किसान आंदोलन के नाम पर विरोधी दल और सरकार को कमजोर करने वाले तत्व लगातार लगे हुए हैं।







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