Farmers Protest- बिचैलियों को 3000 करोड़ खोने का डर हो गया खुलासा
Support Of Indian Farmers
National News desk -बिचौलियों के कारोबार पर चोट पड़ रही है इसलिए किसान आंदोलन को तूल दिया जा रहा है पंजाब में 1 साल में 3000 करोड़ का सालाना बिचौलियों का कारोबार है जो नए कानून आने के बाद में खत्म होने के कगार पर है इसलिए किसानों को बरगला कर आंदोलन कराया जा रहा है हमेशा सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलने वाले जस्टिस मार्कंडेय काटजू के द्वारा कहा गया है की पंजाब में मिडिलमैन 300 करोड़ रुपए हर साल कमाते हैं जबकि जो वाकई में किसान हैं उनकी स्थिति दयनीय बनी रहती हैं नए कानून से उनके व्यापार पर सड़क पड़ेगा और जो बिचौलिए कमाते थे उनकी कमाई पर फर्क पड़ेगा इसलिए बिचौलियों के द्वारा किसानों को बरगला कर यह आंदोलन कराया जा रहा है.
दिल्ली बार्डर पर किसानों का आंदोलन
मार्कंडेय काटजू ने कहा है कि उन्हें इस बात का शक है कि पंजाब के जो बिचौलिए हैं और बड़े किसान हैं वह इस किसान आंदोलन को फाइनेंस कर रहे हैं और किसानों के प्रदर्शन को बढ़ावा दे रहे हैं।
मार्कंडेय काटजू ने कहा कि किसानों का पंजाब में मंडी समितियों में सेटिंग है और न किसी कानून आज आने के बाद में उन्हें इस बात का डर है कि जो उनकी सेटिंग है मंडी में वह खत्म हो जाएगी और इसी डर की वजह से पंजाब के जो बड़े किसान हैं या जो बिचौलिए हैं जो किसानों के नाम पर राजनीति करते थे किसानों के नाम पर कमाई करते थे उनकी कमाई बंद होने वाली है और इसी डर के वजह से इन लोगों के द्वारा किसान आंदोलन को फाइनेंस किया जा रहा है और सबसे बड़ा कारण यही है कि पूर्व उत्तर प्रदेश के जहां किसान छोटे मझोले हैं या बिहार है वहां के किसान किसान आंदोलन को ज्वाइन नहीं कर रहे हैं और पंजाब में जहां पर खेती एक इंडस्ट्री के तौर पर की जाती है और बड़े किसानों को वहां लाभ मिलता है वही छोटे किसान आज भी गरीब बने हुए हैं और उनको लाभ ना मिल सके इसलिए यह सारा ध्यान बंटाने की कोशिश की जा रही है ।