स्वावलम्बन कार्यक्रम के पंचम चरण का शुभारम्भ
विनोबा सेवा आश्रम के सचिव मोहित कुमार ने कहा कि स्वाबलम्बन केन्द्र के उददेश्य को मूर्त रूप देने के लिए गांधी विनोबा के आदर्श एवं सिद्वान्तों को अपनाकर गांव-गांव में कुशल उद्यमी बनाकर उन्हे स्वरोजगार से जोड़ना है। इसके लिए इन महिलाओं एवं युवा साथियों को भी परिश्रम करने के साथ साथ इच्छा शक्ति दिखाने की जरूरत है। स्वावलम्बन से हमारे अंदर कई गुना आत्मविश्वास बढ़ता है। दुनिया के सामने खड़े होने की हिम्मत बढ़ती है,
हमारे सामने कई बार ऐसी बातें सामने आ जाती है, कि हमें बड़े से बड़े फैसले खुद लेने पड़ते है, वो भी कम समय पर. अगर हम स्वावलम्बी नहीं होंगें तो हर बार हम जीवन के इन फैसलों को लेने के लिए दूसरों का दरवाजा खटखटाएंगें। स्वावलम्बी व्यक्ति दिन प्रतिदिन उन्नति के पथ पर आगे बढेगा। आजकल सरकार स्वावलम्बन पर बहुत जोर दे रही है।
हेल्प कार्यक्रम के प्रबन्धक अंकित मिश्रा ने कहा कि परियोजना प्रभावित गांव के लोग अच्छे उद्यमी बनकर आत्मनिर्भर बने तथा न केवल अपने सपनों को पूरा करें बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करायें। इस कार्य में हेल्प का पूर्ण सहयोग सुनिश्चित किया जायेगा।
स्वावलंबन प्रशिक्षण समन्वयक अखलाक खान ने स्वावलंबन केन्द्र की पूर्व प्रगति पर चर्चा की तथा नये सत्र का विषय प्रवेश कराया और सभी ट्रेडों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन विनोबा सेवा आश्रम के जेडी अग्निहोत्री ने किया। इस अवसर अशोक सिंह, मृदुललता गुप्ता, राम कुमार, कमलेश, प्रियांशू बटेश्वर आदि रहे।