इंस्पेक्टर विपिन बिहारी पाण्डेय ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी प्रदान की
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पृथ्वी दिवस पर विशेष पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने हेतु एक पौधे को पानी देकर हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ शुचिता चतुर्वेदी एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में सर्व प्रथम प्राण संस्था द्वारा एक नाटक के माध्यम से बच्चों द्वारा दो पहिया वाहन चलाने के कारण होने वाले एक्सीडेंट की घटना को मंच पर सजीव चित्रण किया गया एवं साथ ही यह संदेश दिया गया
कि किस तरह ट्रैफिक नियमों के पालन से एक सुखी परिवार की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। कार्यक्रम में ट्रैफिक विभाग की तरफ से इंस्पेक्टर विपिन बिहारी पाण्डेय ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्रों को बताया कि 18 साल से कम के बच्चे 50 सीसी से अधिक क्षमता की बाइक चलाना कानूनन अपराध है एवं यदि वे ऐसा करते हुए पाए जाते हैं तो उनके माता-पिता को 3 साल की कैद एवं ₹ 25,000 तक का जुर्माना हो सकता है या दोनों हो सकता है। इसके साथ ही साथ उन्होंने कार में बैठते समय सभी बच्चों को सीट बेल्ट लगाने की सलाह दी एवं यदि उनके माता-पिता भी भूलवश ऐसी गलती करते हैं
उन्हें भी सीट बेल्ट लगाने के लिए टोकने की बात कही। जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ ने अपने संबोधन में ऐसे 18 साल से कम उम्र के बच्चों को ड्राइव न करने की सलाह दी एवं सभी विद्यालयों को अपने परिसर में वाहन अनुमति न देने की सलाह दी। बाल आयोग सदस्य डॉ शुचिता चतुर्वेदी जी ने सभी छात्रों को बाल आयोग से परिचित कराया एवं बताया कि किस तरह से बाल आयोग बच्चों के विकास के लिये काम कर रहा है एवं वे सभी किसी विषम परिस्थिति में बाल आयोग की सहायता ले सकते हैं। कार्यक्रम में दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य, उर्विका फाउंडेशन के प्रदेश समन्वयक अनिवेश सिंह, कार्यक्रम समन्वयक प्रदीप कुमार मौर्य, प्राण संस्था के अध्यक्ष उत्कर्ष सिंह,प्ररक्षणम संस्था के अध्यक्ष रमाकांत जी, समाज सेवी अक्षय जी, सिद्धार्थ जी सहित स्कूल के शिक्षक सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।