कर्मा साहित्य पर्व “वाणी: द पावर ऑफ वर्ड्स” अभूतपूर्व सफलता के साथ संपन्न

कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वाले मुख्य अतिथि बंसुरी स्वराज, सांसद, और श्री कपिल खन्ना, अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद दिल्ली, के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति, जैसे पद्मश्री शोवना नारायण, प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना, विनय चौधरी, फाउंडर व चेयरपर्सन, टॉरस ग्रुप, और ध्वनि जैन, कर्मा फाउंडेशन की संस्थापक, शामिल थे।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ
पैनल चर्चाएँ: विशेषज्ञों ने "पृष्ठ से क्रियान्वयन: साहित्य कैसे वकालत को प्रेरित करता है", "युवा आवाज़ें, बड़ा प्रभाव", और "डिजिटल युग में लेखन: ब्लॉगिंग, व्लॉगिंग और सोशल मीडिया स्टोरीटेलिंग" जैसे विषयों पर गहन विचार साझा किए।
पैनल में शामिल प्रमुख वक्ता थे: सबसे युवा सांसद श्री पुष्पेंद्र सरोज, राजदूत अमरेंद्र खटुआ (कवि, लेखक, और विदेश मंत्रालय के पूर्व सचिव), पद्मश्री शोवना नारायण, श्री प्रताप सोमवंशी (प्रबंध संपादक, हिंदुस्तान हिंदी डेली), श्री मुकुल कुमार (कवि, उपन्यासकार, और सिविल सेवक), प्रो. बिजयलक्ष्मी नंदा (मिरांडा हाउस की प्रिंसिपल और विख्यात लेखिका), श्री समीर कुमार, श्रीमती मालविका जोशी, श्री अनिल पांडे, डॉ. स्वदेश सिंह, डॉ. रॉसालिन पतसानी मिश्रा, सुश्री वृंदा खन्ना, डॉ. अमना मिर्जा, श्री असीम खान, श्री शांतनु जोशी, और सुश्री गुंजा कपूर। कार्यक्रम का संचालन सिंगापुर की आरजे महक अंकर ने किया।
पुस्तक विमोचन
- भारत की पहली बच्चों के लिए कॉफी टेबल बुक: हनुमान चालीसा से प्रेरित यह पुस्तक, तुलिका सिंह द्वारा लिखी गई और अश्वत्था ट्री क्रिएशन्स द्वारा प्रस्तुत की गई।
- ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स: थ्योरी एंड केस स्टडीज: डॉ. योगिता शर्मा और डॉ. मोना शर्मा द्वारा रचित यह पुस्तक ई-कॉमर्स में नवीनतम नवाचारों का विश्लेषण करती है।
- सांस्कृतिक प्रदर्शन: कार्यक्रम में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मनाते हुए मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शन हुए। प्रमुख आकर्षण थे:
- देवांश चंद्र (ऑटिज्म वॉरियर और बाल प्रतिभा) का गायन
- वेद पाठ, कथक और ओडिशी नृत्य
- राजस्थानी और पंजाबी लोक नृत्य
- प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. यश गुलाटी (पद्मश्री और बीसी रॉय पुरस्कार विजेता) द्वारा सैक्सोफोन प्रस्तुति।