मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में किडनी स्टोन सर्जरी की आधुनिक तकनीक का हुआ लाइव प्रदर्शन"
यूरोलॉजिस्ट डॉ. राहुल यादव, डॉ. आदित्य के. शर्मा, और डॉ. नीराज अग्रवाल की देखरेख में आयोजित इस इवेंट ने किडनी स्टोन के उपचार में नवीनतम तरीकों को प्रदर्शित किया। डॉ. आदित्य के. शर्मा ने बताया कि यह पहली बार है जब इसीआईआरएस/आरआईआरएस तकनीक पर एक स्वतंत्र वर्कशॉप आयोजित की गई है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया।
इस वर्कशॉप का मुख्य आकर्षण लाइव सर्जरी का प्रदर्शन था, जिसमें टीम ने होल्मियम और थुलियम फाइबर लेजर जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग दिखाया। डॉ. अग्रवाल ने कहा, “ये उपकरण किडनी स्टोन हटाने को तेज, सुरक्षित और कम दर्दनाक बनाते हैं, खासकर जटिल मामलों में।”डॉ. शर्मा ने बताया कि यह उपचार विधि उन मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। लेजर और एडवांस यूटेरोस्कोप्स की मदद से सर्जरी प्रक्रिया को सुरक्षित और आरामदायक बनाया गया है।
डॉ. यादव ने कहा, “फ्लेक्सी नेफ्रोस्कोप और ‘फैंस शिथ’ जैसी तकनीकें पहली बार उपयोग की गई हैं। ये तकनीकें सर्जरी को कम चीरफाड़ वाली और अधिक सटीक बनाती हैं।”वर्कशॉप में लेक्चर और लाइव केस डेमोंस्ट्रेशन शामिल थे। पहले लेक्चर में इसीआईआरएस/आरआईआरएस की प्रक्रिया और संकेतों पर चर्चा की गई। इसके बाद प्रक्रियाओं के चरण-दर-चरण गाइड को समझाया गया और विभिन्न लिथोट्रिप्टर्स की तुलना की गई।
इस इवेंट में उत्तर भारत के कई विशेषज्ञ डॉक्टर्स शामिल हुए और उन्होंने अपनी राय साझा की। यह वर्कशॉप डॉक्टरों और प्रशिक्षुओं को नई तकनीकों को सीखने का एक अनूठा अवसर साबित हुई।मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का यूरोलॉजी विभाग इस वर्कशॉप को क्षेत्र में किडनी स्टोन के उपचार में एक नई और क्रांतिकारी शुरुआत मानता है। सफल लाइव सर्जरी और विशेषज्ञ सत्रों के साथ, यह वर्कशॉप चिकित्सा शिक्षा और मरीज देखभाल में एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्कशॉप का समापन सवाल जवाब, सर्टिफिकेट वितरण और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।