नेहरू गांधी परिवार ने बाबा साहब अंबेडकर को कभी स्वीकार नहीं किया - अर्चना मिश्रा

Nehru Gandhi family never accepted Baba Saheb Ambedkar - Archana Mishra
 
Nehru Gandhi family never accepted Baba Saheb Ambedkar - Archana Mishra

हरदोई(अम्बरीष कुमार सक्सेना) संविधान गौरव अभियान के अंतर्गत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रबुद्ध वर्ग जिला संगोष्ठी का आयोजन जिला अध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न  डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मूल्यों और सिद्धांतों का चीरहरण कांग्रेस शासनकाल मे हुआ।

भाजपा अनुसूचित जाति जनजाति प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी में प्रदेश मंत्री अर्चना मिश्रा ने प्रबुद्ध वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब के समानता के विचार पर भाजपा ने काम करते हुए आर्थिक रूप से देश के सभी नागरिकों का जनधन योजना के जरिए शून्य बैलेंस के साथ बैंक में खाता खुलवाकर सबको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ाया। अमीर गरीब के बीच की खाई को पटने का काम भाजपा ने किया। 


प्रदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहब के सपनों को साकार करने का कार्य कर रही है। बाबा साहेब एक देश में दो संविधान , दो निशान के खिलाफ थे, पर नेहरू गांधी परिवार की तुष्टीकरण की राजनीति ने देश के भीतर खाई खोदने का काम किया। उसी धारा 370 को हटा कर देश को एक सूत्र में पिरोकर बाबा साहब के अधूरे सपने को पूरा किया गया। बाबा साहब को भारत रत्न का सम्मान भी 1990 में जब भाजपा समर्थित सरकार बनी तब दिया गया।


नेहरू गांधी परिवार ने देश को अपनी जागीर समझ रखा था। देश में कई दशकों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी ने लगातार बाबा साहब को अपमानित किया। संविधान का लगातार दुरुप्रयोग करते हुए 85 से भी ज्यादा बार संविधान को संशोधित कर लोकतांत्रिक व्यवस्था से चुनी राज्य सरकारों को बर्खास्त करने का कार्य किया।उन्होंने संगोष्ठी में उपस्थित अनुसूचित वर्ग के बुद्धिजीवियों से कहा कि बाबा साहेब देश की धरोहर है। बाबा साहेब को सिर्फ वोट की राजनीति तक न समेटे।


अर्चना मिश्रा ने संगोष्ठी में बौद्धिक वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सोच हमेशा बाबा साहेब अंबडेकर के विरोध में रही है और अचानक कांग्रेस बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर हक मांगने का ढोंग कर रही है। पूर्व पीएम नेहरू द्वारा बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति किए गए अपमान के लिए कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस नेताओं को पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। कहा कि जब भी कोई व्यक्ति मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देता है, तो सदन में उसे बोलने का मौका दिया जाता है, लेकिन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के इस्तीफे के बाद सदन में कांग्रेस ने बोलने तक नहीं दिया था।

बाबा साहेब अंबेडकर ने अपने त्याग पत्र में पंडित नेहरू के खिलाफ बहुत कुछ लिखा है। बाबा साहेब ने लिखा था कि वित्त और उद्योग क्षेत्र में पढ़ा-लिखा होने के बावजूद भी पंडित नेहरू ने मुझे उससे जुड़ा एक भी विभाग नहीं दिया और एक भी संसदीय कमेटी का हिस्सा नहीं बनाया। बाबा साहेब ने लिखा था मुझे कानून मंत्रालय दिया तो गया, मगर ईमानदारी से काम नहीं करने दिया गया। पंडित नेहरू ने हिंदू कोड बिल के कार्य को पूरा नहीं करने दिया। कहा कि बाबा साहेब ने अपने त्याग पत्र में लिखा था कि कांग्रेस ने केवल मुसलमानों की चिंता की, लेकिन एससी और एसटी को उचित संरक्षण प्रदान नहीं किया। कांग्रेस का सारा ध्यान मुस्लिम समुदाय के प्रति समर्पित रहता है। 


वहीं जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने संगोष्ठी में विपक्ष की नियत पर सवाल उठते हुए कहा कि जब भी कांग्रेस को सत्ता मिली, उन्होंने अनुसूचित जातियों पर अत्याचार किए। कांग्रेस की नीतियां हमेशा देश को कमजोर करने वाली रही हैं। उन्होंने जातिवाद और संप्रदायवाद को बढ़ावा देकर समाज में फूट डालने का काम किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसान, महिला, युवा और व्यापारियों के हितों का ध्यान रखा है। उन्होंने कहा कि देश अब परिवारवाद और भ्रष्टाचार का नहीं, बल्कि विकास का केंद्र बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर के सम्मान में कई योजनाओं की शुरुआत की, जैसे बाबा साहब के घर को स्मारक में तब्दील करना और उनकी शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना। कांग्रेस केवल सत्ता के लिए राजनीति करती है, जबकि भाजपा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए काम करती है।


एलोरा तीर्थ के बौद्ध धर्म अनुयाई डॉक्टर  ने बताया कि भारत का संविधान बौद्ध धर्म के  पंचशील सिद्धांत पर आधारित है। उन्होंने कहा कि पंचशील का मतलब है हिंसा न करना, चोरी न करना, व्यभिचार न करना, झूठ न बोलना और नशा न करना। जो भी नागरिक इन सिद्धांतों को अक्षरशः पालन करता है वह सही मायने में संविधान का सम्मान करता रहा है। पंचशील के पालन से व्यक्ति की आत्मिक उन्नति तो होती है, इससे भारत के आत्म बल को शक्ति मिलती है।
संगोष्ठी को युवा मोर्चा अध्यक्ष आकाश सिंह, महिला मोर्चा की अध्यक्ष अलका गुप्ता, अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष महिपाल गौतम ने भी संबोधित किया।


संगोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री ओम वर्मा ने किया। संगोष्ठी में उपस्थित रहे बौद्ध धर्म अनुयाई डॉक्टर बुद्धि प्रिय, धम्मपाल, जिला उपाध्यक्ष प्रीतेश दीक्षित, जिला महामंत्री अनुराग मिश्र, सत्येंद्र राजपूत, मंत्री मीना वर्मा, नीतू चंद्रा, अविनाश पांडेय, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मीना कुमारी, महेंद्र वाल्मीकि, पूर्व अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष सूर्यसेन पासी, मीडिया प्रभारी गांगेश पाठक, प्रचार मंत्री संदीप अवस्थी, सह मीडिया प्रभारी परेश लोहिया, सत्यम शुक्ल, आईटी संयोजक सौरभ सिंह, नगर अध्यक्ष मुदित बाजपेई, पूर्व नगर अध्यक्ष अजीत उपाध्याय, निधि सिंह, सुहाना जैन, शोभना सिंह एवं गणमान्य व्यक्ति रहे।

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