समाजसेवियों ने असहाय बूढी जरूरतमंद मां , बेटी को दैनिक उपयोग का सामान उपलब्ध कराया
जिसमें तत्काल प्रभाव से संस्था के सदस्यों द्वारा रेस्क्यू किया गया था आज दैनिक प्रयोग के सामान में पूरे 1 महीने का राशन,चावल,दाल,मटर दाल,चीनी,तेल,साबुन निरमा,चाय की पत्ती,नमक,समस्त मसाले,गर्म मसाला,बिस्किट,फोल्डिंग का तखत,गद्दा,चादर,स्टील के उपयोग के प्रत्येक बर्तन भगोना,थाली, चमचा,गिलास,कटोरी,प्लेट,प्लास्टिक के हर साइज के डिब्बे, स्टील की टंकी,3 साड़ी,5सूट आदि सभी सामान प्रदान किया गया।
कि संस्था द्वारा अब तक 216 आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटियों की शादी में मदद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि दोनों संस्थाएं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सामाजिक कार्यों में कार्यरत हैं शिक्षा,चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने,रोजगार उपलब्ध कराने,गरीब परिवार को इलाज कराने,गरीब परिवार की बेटियों की शादी में मदद,राशन उपलब्ध कराना,दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराना,शिक्षा के क्षेत्र में गरीब परिवार के बच्चों को फीस मुहैया कराना व कॉपी किताब उपलब्ध
कराना,महिलाओं के रोजगार हेतु सिलाई मशीन उपलब्ध कराना,महिलाओं के प्रशिक्षण हेतु "मेरी यात्रा नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र" संस्था द्वारा चलाए जा रहे हैं जिसमें अब तक हजारों महिलाएं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन चुकी हैं एवम डोमेस्टिक वायलेंस पर संस्था द्वारा बृहद स्तर पर महिलाओं बच्चियों के लिए सुरक्षा का कार्य किया जा रहा है।
संस्था का उद्देश्य है "हमारा यही प्रयास,कोई लौटे न निराश।इस जनसेवा कार्य में मो इमरान खान,नीलम श्रीवास्तव,दीप्ति आहूजा,अमनदीप सिंह,विशाल श्रीवास्तव,मोनिका सिंह मोना,आशुतोष सिंह,सौरभ अग्रवाल, संगीता शाक्य,तृप्ति पांडे,रेनू शर्मा,वंदना सिंह,धीरेंद्र सिंह का आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ।विशेष उपस्थित समाजसेवी धीरेंद्र सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी मनोज सिंह चौहान, सचिव हेमू चौरसिया, रुद्र प्रताप बाजपेई की उपस्थिति रही। समाजसेवियों ने बताया कि आगे भी सेवा जारी रहेगी।