स्टार्टअप इंडिया पहल: उत्तर प्रदेश के परिवर्तन की प्रेरक शक्ति

स्मिता अग्रवाल, चेयरपर्सन, सी आई आई उत्तर प्रदेश और निदेशक एवं सीएफओ, पी टी सी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बैठक में स्टार्टअप इंडिया पहल के प्रभाव पर जोर देते हुए उत्तर प्रदेश की अद्वितीय यात्रा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि वर्षों में, स्टार्टअप इंडिया ने नवाचार को प्रज्वलित करते हुए, रोजगार सृजन और उद्यमशीलता के परिदृश्य को बदलते हुए आशा और अवसर की किरण के रूप में कार्य किया है। उत्तर प्रदेश ने नीतियों के कुशल क्रियान्वयन के माध्यम से क्षेत्रीय विकास और परिवर्तन में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
उन्होंने बताया कि राज्य की स्टार्टअप नीति 2020 (2022 में संशोधित) ने सरकारी विभागों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग, प्रोत्साहन और इन्क्यूबेटरों की स्थापना के माध्यम से उद्यमशीलता को बढ़ावा दिया है। युवा हब, टिंकरिंग लैब्स, ई-सेल्स और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoEs) जैसे प्रयासों ने राज्य में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाया है।
प्रमुख उपलब्धियां:
• स्टार्टअप्स के माध्यम से 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित हुए, जिनमें से लगभग आधे टियर II और III शहरों में हैं।
206 स्टार्टअप्स को ₹5.50 करोड़ की मंजूरी, जिसमें महिला-नेतृत्व वाले उद्यमों के लिए ₹18 लाख शामिल हैं।
• राज्य के 23 जिलों में 63 इन्क्यूबेटर्स को मान्यता, जिनके लिए ₹5.53 करोड़ वितरित किए गए।
एआई और एमएल, ड्रोन, और मेडटेक में तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित; 5जी, 6जी, और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के लिए और अधिक CoEs योजना में हैं।
स्मिता अग्रवाल ने कहा कि ये प्रयास उत्तर प्रदेश को एक स्टार्टअप स्वर्ग के रूप में स्थापित करते हैं और भारत को $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सी .आई .आई उत्तर प्रदेश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । सी आई आई कृषि-भारत एग्रोटेक 2024, इनोरैल 2024, हेल्थ समिट, शुगरटेक जैसे फ्लैगशिप कार्यक्रमों के माध्यम से स्टार्टअप्स को हितधारकों, संस्थानों, निवेशकों और सरकार से जोड़ने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान करता है।
सी .आई. आई का इन्वोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप्स के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इस पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन करता है।यह अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और बाजार की आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटने के साथ ही सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करता है, जिससे उत्तर प्रदेश में नवाचार और सामाजिक प्रभाव को बढ़ावा मिलता है।