लखनऊ में राज्य स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया

State level science model competition was successfully organized in Lucknow
State level science model competition was successfully organized in Lucknow
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में, 27 नवंबर 2024 को श्री अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर, लखनऊ में राज्य स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की उपलब्धियों को आगे ले जाना, और छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना था। 

इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को वैज्ञानिक सिद्धांतों को व्यवहारिक रूप में समझने और प्रयोगात्मक विधि से सीखने के लिए प्रेरित किया गया। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गई – जिला, मंडल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता । राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में, प्रत्येक मंडल से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के साथ-साथ सांत्वना पुरस्कार विजेताओं द्वारा तैयार किए गए कुल लगभग 90 मॉडलों का प्रदर्शन किया गया। इन मॉडलों ने प्रतिभागी छात्रों की रचनात्मकता, तार्किक सोच और समस्या-समाधान क्षमता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम ने न केवल नवोदित वैज्ञानिकों के प्रयासों को मान्यता और पुरस्कार देने का मंच प्रदान किया, बल्कि उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया। यह कार्यक्रम विचारों के आदान-प्रदान का एक जीवंत मंच साबित हुआ, जिसने जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता ने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुप्रयोग से जोड़ने के महत्व को रेखांकित किया और विज्ञान के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक नई पीढ़ी के विचारकों और नवप्रवर्तकों का मार्ग प्रशस्त किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री अनिल कुमार ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके द्वारा प्रस्तुत मॉडलों की प्रशंसा की। उन्होंने सीएसटीयूपी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाए ताकि अधिक से अधिक छात्र इसमें भाग ले सकें। अपने वक्तव्य में उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा, जिसका लाभ लंबे समय तक छात्रों को मिलेगा। विशिष्ट अतिथि, राज्य मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश, श्री अजीत सिंह पाल ने भी छात्रों को बधाई दी और उनके प्रयासों और नवाचारी विचारों की सराहना की। विभाग के प्रमुख सचिव एवं परिषद के महानिदेशक, श्री पंधारी यादव ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उनकी समर्पण भावना की प्रशंसा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विशेष सचिव एवं परिषद के सचिव एवं निदेशक, श्री शीलधर सिंह यादव ने मुख्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए युवाओं के मनोबल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि परिषद एक ऐसा माहौल तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है जो अनुसंधान, नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की संयुक्त निदेशक, डॉ. हुमा मुस्तफा ने कुशलतापूर्वक और गरिमामय ढंग से किया।  अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. राजेश कुमार गंगवार, डॉ. डी.के. श्रीवास्तव, श्री राधे लाल, डॉ. पूजा यादव और डॉ. एस. रहमान ने भी कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान के प्रति अपने जुनून को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणादायक बातें दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं। सीएसटीयूपी के मीडिया प्रभारी एवं वैज्ञानिक अधिकारी, श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निदेशक परिषद की टीम के प्रयासों के माध्यम से यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक वातावरण में आयोजित किया गया, जिसने छात्रों में सीखने, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया। श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹50,000 का नकद पुरस्कार बस्ती मंडल के श्री सुमित भट्ट को उनके प्रोजेक्ट स्मार्ट बाइक के लिए दिया गया। द्वितीय पुरस्कार ₹40,000 का नकद पुरस्कार कानपुर मंडल के श्री रुद्र प्रताप सिंह को ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए और तृतीय पुरस्कार ₹30,000 का नकद पुरस्कार बांदा मंडल के श्री कुलदीप को वेस्ट टू प्लांट के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा, पांच छात्रों को ₹5,000 का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। यह प्रतियोगिता राज्य में छात्रों की वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुई है ।

इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को वैज्ञानिक सिद्धांतों को व्यवहारिक रूप में समझने और प्रयोगात्मक विधि से सीखने के लिए प्रेरित किया गया। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गई – जिला, मंडल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता । राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में, प्रत्येक मंडल से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के साथ-साथ सांत्वना पुरस्कार विजेताओं द्वारा तैयार किए गए कुल लगभग 90 मॉडलों का प्रदर्शन किया गया। इन मॉडलों ने प्रतिभागी छात्रों की रचनात्मकता, तार्किक सोच और समस्या-समाधान क्षमता को प्रदर्शित किया।

कार्यक्रम ने न केवल नवोदित वैज्ञानिकों के प्रयासों को मान्यता और पुरस्कार देने का मंच प्रदान किया, बल्कि उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया। यह कार्यक्रम विचारों के आदान-प्रदान का एक जीवंत मंच साबित हुआ, जिसने जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता ने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुप्रयोग से जोड़ने के महत्व को रेखांकित किया और विज्ञान के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक नई पीढ़ी के विचारकों और नवप्रवर्तकों का मार्ग प्रशस्त किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री अनिल कुमार ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके द्वारा प्रस्तुत मॉडलों की प्रशंसा की। उन्होंने सीएसटीयूपी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाए ताकि अधिक से अधिक छात्र इसमें भाग ले सकें। अपने वक्तव्य में उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा, जिसका लाभ लंबे समय तक छात्रों को मिलेगा।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को वैज्ञानिक सिद्धांतों को व्यवहारिक रूप में समझने और प्रयोगात्मक विधि से सीखने के लिए प्रेरित किया गया। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गई – जिला, मंडल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता । राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में, प्रत्येक मंडल से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के साथ-साथ सांत्वना पुरस्कार विजेताओं द्वारा तैयार किए गए कुल लगभग 90 मॉडलों का प्रदर्शन किया गया। इन मॉडलों ने प्रतिभागी छात्रों की रचनात्मकता, तार्किक सोच और समस्या-समाधान क्षमता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम ने न केवल नवोदित वैज्ञानिकों के प्रयासों को मान्यता और पुरस्कार देने का मंच प्रदान किया, बल्कि उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया। यह कार्यक्रम विचारों के आदान-प्रदान का एक जीवंत मंच साबित हुआ, जिसने जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता ने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुप्रयोग से जोड़ने के महत्व को रेखांकित किया और विज्ञान के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक नई पीढ़ी के विचारकों और नवप्रवर्तकों का मार्ग प्रशस्त किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री अनिल कुमार ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके द्वारा प्रस्तुत मॉडलों की प्रशंसा की। उन्होंने सीएसटीयूपी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाए ताकि अधिक से अधिक छात्र इसमें भाग ले सकें। अपने वक्तव्य में उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा, जिसका लाभ लंबे समय तक छात्रों को मिलेगा। विशिष्ट अतिथि, राज्य मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश, श्री अजीत सिंह पाल ने भी छात्रों को बधाई दी और उनके प्रयासों और नवाचारी विचारों की सराहना की। विभाग के प्रमुख सचिव एवं परिषद के महानिदेशक, श्री पंधारी यादव ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उनकी समर्पण भावना की प्रशंसा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विशेष सचिव एवं परिषद के सचिव एवं निदेशक, श्री शीलधर सिंह यादव ने मुख्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए युवाओं के मनोबल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि परिषद एक ऐसा माहौल तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है जो अनुसंधान, नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की संयुक्त निदेशक, डॉ. हुमा मुस्तफा ने कुशलतापूर्वक और गरिमामय ढंग से किया।  अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. राजेश कुमार गंगवार, डॉ. डी.के. श्रीवास्तव, श्री राधे लाल, डॉ. पूजा यादव और डॉ. एस. रहमान ने भी कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान के प्रति अपने जुनून को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणादायक बातें दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं। सीएसटीयूपी के मीडिया प्रभारी एवं वैज्ञानिक अधिकारी, श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निदेशक परिषद की टीम के प्रयासों के माध्यम से यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक वातावरण में आयोजित किया गया, जिसने छात्रों में सीखने, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया। श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹50,000 का नकद पुरस्कार बस्ती मंडल के श्री सुमित भट्ट को उनके प्रोजेक्ट स्मार्ट बाइक के लिए दिया गया। द्वितीय पुरस्कार ₹40,000 का नकद पुरस्कार कानपुर मंडल के श्री रुद्र प्रताप सिंह को ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए और तृतीय पुरस्कार ₹30,000 का नकद पुरस्कार बांदा मंडल के श्री कुलदीप को वेस्ट टू प्लांट के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा, पांच छात्रों को ₹5,000 का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। यह प्रतियोगिता राज्य में छात्रों की वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुई है ।
विशिष्ट अतिथि, राज्य मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश, श्री अजीत सिंह पाल ने भी छात्रों को बधाई दी और उनके प्रयासों और नवाचारी विचारों की सराहना की। विभाग के प्रमुख सचिव एवं परिषद के महानिदेशक, श्री पंधारी यादव ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उनकी समर्पण भावना की प्रशंसा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
विशेष सचिव एवं परिषद के सचिव एवं निदेशक, श्री शीलधर सिंह यादव ने मुख्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए युवाओं के मनोबल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि परिषद एक ऐसा माहौल तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है जो अनुसंधान, नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की संयुक्त निदेशक, डॉ. हुमा मुस्तफा ने कुशलतापूर्वक और गरिमामय ढंग से किया। 
अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. राजेश कुमार गंगवार, डॉ. डी.के. श्रीवास्तव, श्री राधे लाल, डॉ. पूजा यादव और डॉ. एस. रहमान ने भी कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान के प्रति अपने जुनून को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणादायक बातें दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं।
इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को वैज्ञानिक सिद्धांतों को व्यवहारिक रूप में समझने और प्रयोगात्मक विधि से सीखने के लिए प्रेरित किया गया। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गई – जिला, मंडल और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता । राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में, प्रत्येक मंडल से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों के साथ-साथ सांत्वना पुरस्कार विजेताओं द्वारा तैयार किए गए कुल लगभग 90 मॉडलों का प्रदर्शन किया गया। इन मॉडलों ने प्रतिभागी छात्रों की रचनात्मकता, तार्किक सोच और समस्या-समाधान क्षमता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम ने न केवल नवोदित वैज्ञानिकों के प्रयासों को मान्यता और पुरस्कार देने का मंच प्रदान किया, बल्कि उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया। यह कार्यक्रम विचारों के आदान-प्रदान का एक जीवंत मंच साबित हुआ, जिसने जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता ने सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुप्रयोग से जोड़ने के महत्व को रेखांकित किया और विज्ञान के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक नई पीढ़ी के विचारकों और नवप्रवर्तकों का मार्ग प्रशस्त किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री अनिल कुमार ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और उनके द्वारा प्रस्तुत मॉडलों की प्रशंसा की। उन्होंने सीएसटीयूपी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाए ताकि अधिक से अधिक छात्र इसमें भाग ले सकें। अपने वक्तव्य में उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा, जिसका लाभ लंबे समय तक छात्रों को मिलेगा। विशिष्ट अतिथि, राज्य मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश, श्री अजीत सिंह पाल ने भी छात्रों को बधाई दी और उनके प्रयासों और नवाचारी विचारों की सराहना की। विभाग के प्रमुख सचिव एवं परिषद के महानिदेशक, श्री पंधारी यादव ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और उनकी समर्पण भावना की प्रशंसा करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विशेष सचिव एवं परिषद के सचिव एवं निदेशक, श्री शीलधर सिंह यादव ने मुख्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के लिए युवाओं के मनोबल को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि परिषद एक ऐसा माहौल तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है जो अनुसंधान, नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की संयुक्त निदेशक, डॉ. हुमा मुस्तफा ने कुशलतापूर्वक और गरिमामय ढंग से किया।  अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. राजेश कुमार गंगवार, डॉ. डी.के. श्रीवास्तव, श्री राधे लाल, डॉ. पूजा यादव और डॉ. एस. रहमान ने भी कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान के प्रति अपने जुनून को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणादायक बातें दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं। सीएसटीयूपी के मीडिया प्रभारी एवं वैज्ञानिक अधिकारी, श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निदेशक परिषद की टीम के प्रयासों के माध्यम से यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक वातावरण में आयोजित किया गया, जिसने छात्रों में सीखने, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया। श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹50,000 का नकद पुरस्कार बस्ती मंडल के श्री सुमित भट्ट को उनके प्रोजेक्ट स्मार्ट बाइक के लिए दिया गया। द्वितीय पुरस्कार ₹40,000 का नकद पुरस्कार कानपुर मंडल के श्री रुद्र प्रताप सिंह को ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए और तृतीय पुरस्कार ₹30,000 का नकद पुरस्कार बांदा मंडल के श्री कुलदीप को वेस्ट टू प्लांट के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा, पांच छात्रों को ₹5,000 का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। यह प्रतियोगिता राज्य में छात्रों की वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुई है ।
सीएसटीयूपी के मीडिया प्रभारी एवं वैज्ञानिक अधिकारी, श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निदेशक परिषद की टीम के प्रयासों के माध्यम से यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक वातावरण में आयोजित किया गया, जिसने छात्रों में सीखने, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा दिया। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया। श्री सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹50,000 का नकद पुरस्कार बस्ती मंडल के श्री सुमित भट्ट को उनके प्रोजेक्ट स्मार्ट बाइक के लिए दिया गया। द्वितीय पुरस्कार ₹40,000 का नकद पुरस्कार कानपुर मंडल के श्री रुद्र प्रताप सिंह को ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए और तृतीय पुरस्कार ₹30,000 का नकद पुरस्कार बांदा मंडल के श्री कुलदीप को वेस्ट टू प्लांट के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा, पांच छात्रों को ₹5,000 का सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
यह प्रतियोगिता राज्य में छात्रों की वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके योगदान को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुई है ।

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