सुएज इंडिया ने अर्थ डे पर स्कूल एवम कॉलेज के बच्चों के लिए आयोजित किया सस्टेनेबिलिटी हैकाथॉन

Suez India organizes Sustainability Hackathon for school and college children on Earth Day
सुएज इंडिया ने अर्थ डे पर स्कूल एवम कॉलेज के बच्चों के लिए आयोजित किया सस्टेनेबिलिटी हैकाथॉन
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ ( आर एल पाण्डेय )। सुएज इंडिया ने अर्थ डे के उपलक्ष्य में सभी आयु वर्ग के छात्रों के लिए जो की कुंस्कप्सकोलन लखनऊ के 8वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों एवं एस आर ग्रुप इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र छात्राओं को 345 एमएलडी क्षमता वाले भरवारा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में एक विशेष शैक्षणिक सस्टेनेबिलिटी हैकाथॉन का आयोजन किया। सुएज इंडिया उत्तर प्रदेश सरकार के शहरी विकास विभाग द्वारा शुरू की गई "वन सिटी वन ऑपरेटर" योजना के तहत लखनऊ में सीवर के बुनियादी ढांचे के संचालन और रखरखाव का कार्य कर रही है।

यह सस्टेनेबिलिटी हैकाथॉन अपशिष्ट पृथ्वी की स्थिरता के उपचारों की अत्याधुनिक प्रक्रियाओं के बारे में छात्र छात्राओं से विचार विमर्श करवाने और पर्यावरण के संरक्षण में सतत प्रथाओं के महत्व पर जोर देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। कुंस्कापस्कोलन के अथर्व श्रीवास्तव को प्रथम पुरस्कार मिला, अनिन्दम अग्रवाल को दूसरे नंबर एवं  
एस आर ग्रुप की आकांक्षा सिंह को तीसरे नंबर पर चुना गया। आकृति टंडन को सेकंड रनर्स अप चुना गया।इस हैकथॉन में छात्रों ने पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने हेतु नए-नए अभिनव विचारों पर मंथन किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत नई पहलों पर भी चर्चा की गई। 

सुएज इंडिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री राजेश मठपाल ने कहा, "अर्थ डे के अवसर पर, सुएज इंडिया ने युवा पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण के महत्व से अवगत कराने एवं सस्टेनेबिलिटी हैकाथॉन द्वारा विचार विमर्श कर एक विशेष पहल की। सुएज इंडिया का मानना है कि युवा पीढ़ी में पर्यावरणीय चेतना विकसित करना महत्वपूर्ण है। हम इस तरह की पहलों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करना जारी रखेंगे और एक स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य के निर्माण में योगदान देंगे।"

अर्थ डे के अवसर पर सुएज फाउंडेशन इंडिया द्वारा समर्थित 'सपनों की उड़ान' नामक संस्था ने,  शीरोज़ कैफ़े मे एसिड अटैक से पीड़ित महिलाओं के उत्साहवर्धन के लिए एक खास कार्यक्रम आयोजित किया। एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाएं कैफ़े में प्रशिक्षण ले रही हैं। इन महिलाओं ने जूट के थैले बनाए थे, जो पर्यावरण संरक्षण में बड़ी भूमिका निभाते हैं।  इन थैलों को सुएज इंडिया के स्टाफ ने खरीद कर ना सिर्फ़ एसिड सरवाइवर के हुनर की सराहना की, बल्कि एक स्वच्छ पृथ्वी के उद्देश्य के प्रति भी अपना योगदान दिया।

Share this story