जानकीपुरम विस्तार के तिवारीपुर में 04 बीघा क्षेत्रफल में की जा रही अवैध प्लाटिंग को एलडीए ने किया ध्वस्त

LDA demolished illegal plating being done in 04 bigha area in Tiwaripur of Jankipuram extension.
 
LDA demolished illegal plating being done in 04 bigha area in Tiwaripur of Jankipuram extension.

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।इंदिरा नगर के चांदन गांव में लगभग 25 बीघा क्षेत्रफल में अवैध रूप से विकसित की गयी पाॅम पैराडाइज टाइटल कालोनी में सोमवार को एलडीए ने बुलडोजर चलाया। इस दौरान विकासकर्ता द्वारा स्थल पर विकसित की गयी सड़क, नाली, बाउन्ड्रीवाॅल, बिजली के खम्भे समेत अन्य स्ट्रक्चर को ध्वस्त किया गया। वहीं, इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष/मण्डलायुक्त डाॅ0 रोशन जैकब ने सख्त रैवया अपनाते हुए स्थल पर अवैध निर्माण रोकने में नाकाम रहे अभियंताओं के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। जिस पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार द्वारा प्रवर्तन जोन-5 में तैनात रहे 09 अभियंताओं के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी गयी है। 

एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि अमर अग्रवाल व अन्य द्वारा इंदिरा नगर के ग्राम-चांदन में मानस सिटी कालोनी के पास भूमि खसरा संख्या-288 पर लगभग 25 बीघा क्षेत्रफल में अवैध रूप से प्लाटिंग का कार्य करते हुए रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था। 
जिसके खिलाफ विहित प्राधिकारी न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए कार्यवाही के आदेश दिये गये थे। जिसके अनुपालन में प्रवर्तन जोन-5 की टीम द्वारा स्थल पर सीलिंग की कार्यवाही करते हुए बिल्डर के खिलाफ स्थानीय थाने में एफ0आई0आर0 दर्ज करवायी गयी थी। उक्त प्रकरण में बिल्डर ने विहित न्यायालय के आदेश के खिलाफ मा0 आयुक्त न्यायालय में अपील दाखिल की थी।
 
इसमें मा0 आयुक्त न्यायालय द्वारा अपील को खारिज कर दिया गया। साथ ही अवैध निर्माण रोकने में नाकाम रहे अभियंताओं के खिलाफ जांच करते हुए कार्यवाही के आदेश दिये गये थे। जांच में पाया गया कि दिनांक-01.01.2022 से 12.05.2023 के बीच प्रवर्तन जोन-5 में तैनात रहे अभियंताओं के कार्यकाल में बिल्डर अमर अग्रवाल व अन्य द्वारा पाॅम पैराडाइज टाइटल कालोनी विकसित करते हुए 29 रो-हाउस भवनों का निर्माण पूर्ण कराया गया। साथ ही 26 रो-हाउस भवनों में परिवारों को अध्यासित करा दिया गया।
 इस पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने उक्त अवधि में प्रवर्तन जोन-5 में तैनात रहे सहायक अभियंताओं वीरेन्द्र प्रताप मिश्रा (सेवानिवृत्त), राहुल वर्मा, शीतल प्रसाद (सेवानिवृत्त) तथा अवर अभियंताओं रवि शंकर राय, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, आर0के0 शर्मा, सुशील कुमार वर्मा, सत्यवीर सिंह एवं विपिन बिहारी राय के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी है। 
 हजरतगंज में अवैध निर्माण रोकने में नाकाम 07 अभियंताओं के खिलाफ रिपोर्ट इसके अलावा हजरतगंज क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से किये जा रहे निर्माण कार्यों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही न करने वाले अभियंता भी कार्यवाही की जद में आ गये हैं। अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि आर0के0 अग्रवाल व अन्य द्वारा हजरतगंज के गोखले मार्ग पर शालीमार मीडोज के सामने भूखण्ड संख्या-2ए पर अवैध रूप से निर्माण कार्य करवाया जा रहा था।
 इसी तरह अहाना वेन्चर्स के विश्वास स्वरूप द्वारा गोखले विहार में भूखण्ड संख्या-27/11 तथा 27/10 2ए वें लेन पर अवैध निर्माण कार्य करवाया जा रहा था। वहीं, भुवनेश कुमार व अन्य द्वारा भूखण्ड संख्या-27/12 2ए वे लेन पर अनाधिकृत रूप से निर्माण कार्य कराया जा रहा था। उक्त चारों निर्माण कार्य लगभग 02 वर्ष से किये जा रहे, लेकिन इस अवधि में प्रवर्तन जोन-6 में तैनात रहे अभियंताओं द्वारा इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं की गयी। हाल ही में मण्डलायुक्त डाॅ0 रोशन जैकब के निर्देश पर नोटिस जारी करते हुए सीलिंग की कार्यवाही की गयी। लिहाजा विगत 02 वर्ष के अंतराल में प्रवर्तन जोन-6 में तैनात रहे अवर अभियंताओं संजय मिश्रा, इम्तियाज अहमद, शिव कुंवर, भानु प्रकाश वर्मा, रवि प्रकाश, सुरेश कुमार व राकेश कुमार के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी गयी है। 
 जानकीपुरम विस्तार में अवैध प्लाटिंग ध्वस्त की गयी
प्रवर्तन जोन-5 के जोनल अधिकारी रवि नंदन सिंह ने बताया कि शत्रुघन व अन्य द्वारा जानकीपुरम विस्तार के तिवारीपुर में नीलकंठ प्रापर्टीज नाम से लगभग 04 बीघा क्षेत्रफल में अनाधिकृत रूप से प्लाटिंग का कार्य करते हुए अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। 
प्राधिकरण से ले-आउट स्वीकृत कराये बिना की जा रही उक्त अवैध प्लाटिंग के विरूद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में प्रवर्तन जोन-5 की टीम ने सोमवार को स्थल पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की। इस दौरान विकासकर्ता द्वारा स्थल पर अवैध रूप से विकसित की गयी सड़क, नाली, बाउन्ड्रीवाॅल आदि को ध्वस्त कर दिया गया।

Tags