एनबीआरआई में चल रहे दो दिवसीय शोधार्थियों के विज्ञान महोत्सव का हुआ समापन
पादप महोत्सव कार्यक्रम की रिपोर्ट संस्थान के शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गयी| इस विज्ञान फेस्टिवल में विभिन्न वैज्ञानिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी जिनमे डिजिटल फोटोग्राफी, मौखिक व्याख्यान, पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल थी | संस्थान के लगभग 200 शोधार्थियों द्वारा इस फेस्टिवल में प्रतिभाग किया गया |
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. प्रबोध त्रिवेदी जी ने संस्थान के शोधार्थियों को महोत्सव के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा हमे अपने जीवन में सदैव सीखने की प्रवत्ति रखनी चाहिए | इससे हमारे अंदर अधिक कौशल विकास हो सकता हैं | हमे अपने जीवन में किसी भी कार्य को लगन एवं ख़ुशी के साथ करना चाहिए, अन्य क्षेत्र के वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों के सहयोग और साझेधारी के साथ आगे बढ़ना चाहिए| अपना शोध कार्य जुनून के साथ करें और उसका आनंद लें, वर्तमान में न जिएं, भविष्य के लिए अपने लक्ष्यों की योजना बनाएं, डॉ. त्रिवेदी ने आगे कहा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. प्रबोध त्रिवेदी ने विज्ञान महोत्सव के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया |इससे पूर्व संस्थान के निदेशक डॉ. अजित कुमार शासनी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शोर्धार्थी किसी भी अनुसंधान संस्थान की रीढ़ की तरह होते हैं जिनके द्वारा किये गए शोध कार्य ही आगे चल कर देश उन्नति में योगदान देते है | उन्होंने सभी शोधार्थियों को नवीन एवं परिवतनात्मक शोध कार्य जारी रखने के लिए प्रेरित किया |इस अवसर पर संस्थान द्वारा एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ के साथ अकादमिक उद्देश्य के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किये गए। अंत में डॉ. श्रीकृष्ण तिवारी, मुख्य वैज्ञानिक द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।