आगामी फ़िल्म 'फूली' और देश के दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा की चुनौतियों पर चर्चा

Discussion on the upcoming film 'Phooli' and the challenges of education in remote areas of the country
Discussion on the upcoming film 'Phooli' and the challenges of education in remote areas of the country
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पांडेय)। 7 जून को रिलीज होने वाली  फिल्म ""फूली "" के निर्माता कैप्टन मनोज  कुमार सिंह। ने बताया कि फिल्म 'फूली' का ट्रेलर, जिसे अविनाश ध्यानी ने निर्देशित किया है, ने काफी रुचि उत्पन्न की है। लखनऊ के दौरे के दौरान, कैप्टेन मनोज  और मुझे फिल्म के बारे में बात करने का अवसर मिला, जो 7 जून को रिलीज़ होने वाली है। कैप्टेन मनोज ने 'फूली' को एक संवेदनशील ग्रामीण परिवेश की कहानी के रूप में वर्णित किया जो कि बाल शिक्षा पर केंद्रित है।


कैप्टेन मनोज कुमार सिंह का कहना है की यह फिल्म उनकी माँ के विचारों को व्यक्त करती है। "मेरी माँ हम भाई बहन को पढ़ाई के लिए लखनऊ जैसे बड़े शहर लेकर आयी , वह अक्सर कहती थीं कि लोगों को शिक्षा के लिए अच्छी शिक्षा व्यवस्था की ज़रूरत  है  अच्छे विद्यालय और शिक्षको की ज़रूरत है जिनका देश के ग्रामीण क्षेत्रो में बहुत अभाव है ।स्कूल पहुँचने के लिए भी किलोमीटरों पैदल चलना पड़ता है । यही बातें इस कहानी में दिखायी गई है ।
'फूली' में, अविनाश ने न केवल निर्देशन किया है बल्कि एक जादूगर (जादूगर) की भूमिका भी निभाई है। रिया बलूनी ने शीर्षक भूमिका निभाई है, जिनके साथ सुरुचि सकलानी, प्रिंस जुइल, ऋषि राज भट्ट, संजय अग्रवाल, विजय भट्ट और भगत सिंह घुसाईं जैसे प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं।अविनाश ने फिल्म का संगीत भी तैयार किया है।  

श्री सिंह ने बताया की इस फ़िल्म में एक वास्तविक घटना है जिसमें  जंगल में आग लग जाती है  को भी शामिल किया है है जिसे फ़िल्म के निर्देशक ने  उत्तराखंड के  गांव में शूटिंग के दौरान एक वास्तविक आग लगने के दौरान फिल्माया गया  था । 

फिल्म के ट्रेलर में दर्शकों को फूली से ,जो एक युवा लड़की है और अपने सपनों को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है,से रूबरू कराया है इसमें एक जादूगर है ,जो अपने जादू से इस फ़िल्म फूली और बच्ची के बीच एक अधभुत रोमांच पैदा करता है । फिल्म पौड़ी गढ़वाल में फ़िल्मांकित है और इसमें अभिनय करने वाले सभी बच्चे वही के श्री तिमली विद्यापीठ स्कूल के छात्र है । 

फ़िल्म की बाल नायिका रिया ने साझा किया,की फ़िल्म की टीम के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा और एक ऐसा किरदार निभाने में मजा आया जो कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है, और फिल्म फूली की कहानी के माध्यम से इसे उजागर करने की कोशिश करती है।" रिया का खुद का जीवन फूली की तरह नहीं है, लेकिन वहां के छात्रों को स्कूल पहुँचने के लिए 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। कई छात्रों को गर्मियों में नुल्लाह (जलस्रोत) से पानी एकत्र करने जैसी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इलाके में पानी की कमी होती है। 

'फूली' के गाने प्रसिद्ध कलाकारों जैसे अलका याज्ञनिक, नकाश अज़ीज़, राजा हसन और ध्रुव कुमोला द्वारा गाए गए हैं, जबकि गीत अविनाश ध्यानी, मेघा ध्यानी और विनय जोशी द्वारा लिखे गए हैं।

हम 'फूली' को प्रस्तुत करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं, एक ऐसी फिल्म जो न केवल मनोरंजन करती है बल्कि देश के दूरस्थ हिस्सों में बच्चों द्वारा उठायी जाने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों को भी उजागर करती है। प्रोड्यूसर के रूप में इस कहानी को पर्दे पर लाने की यह एक संतोषजनक यात्रा रही है। इसमें शामिल सभी लोगों की, कलाकारों से लेकर  टीम का समर्पण अद्वितीय रहा है। 
कैप्टेन मनोज जी ने बताया कि इस फ़िल्म के कलाकार और सहयोगी निम्नलिखित है । 

*कलाकार:*
- अविनाश ध्यानी
- रिया बालूनी
- सुरुचि सकलानी
- ऋषि राज भट्ट
- विजय भट्ट

*निर्देशक:* अविनाश ध्यानी

*प्रोड्यूसर:*
- मनीष कुमार
- अविनाश ध्यानी
- ललित जिंदल
- राजीव शर्मा
- कैप्टन मनोज कुमार सिंह

*प्रोडक्शन हाउस:*
- पद्म सिद्धि फिल्म्स
- ड्रीम स्काई क्रिएशंस
- अलास्का मोशन पिक्चर्स

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