क्या होती है पिपली, खांसी के लिए पिप्पली का उपयोग कैसे करें? | Pipli Ayurvedic Medicine Benefits | Health News Hindi
पिप्पली का उपयोग किस लिए किया जाता है? | How To Use Pippali Powder For Liver Detox
How To Use Pippali For Cough
How Do You Take Pippali?
पीपली खाने से क्या फायदा होता है?
सर्दी के मौसम में खासी और जुखाम आम संक्रमण हैं। सर्दियों के मौसम में होने वाले ऐसे कई संक्रमण और बीमारियों में पिप्पली या पिपली बहुत फायदेमंद साबित होती है। यह श्वसन तंत्र में सुधार करने के साथ ही आपके पाचन तंत्र भी काफी महत्वपूर्ण होता है। आज हम आपको इस आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताएँगे। पिप्पली आयुर्वेद की दवाओं में इस्तेमाल होने वाली वो चीज है जिसमें अनेक गुण छुपे हुए हैं। देखने में ये लंबी काली मिर्च जैसी दिखती है। पिपली एक वनस्पति है, इसमें होने वाले औषधीय गुण इसे महत्वपूर्ण बनाते हैं। यह कई सारी बिमारियों के उपचार में काम आता है। खासकर यह श्वसन तंत्र के लिए बहुत अच्छी दवा कही जाती है। इसकी सबसे खास बात ये है कि इस औषधि को लेने के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। आज हम आपको बताएंगे आखिर क्यों पिप्पली इतनी खास है और इसमें क्या गुण छिपे हैं।
कफ-वात दोष में मददगार | Pippali benefits in hindi
सर्दियों में आमतौर पर लोग कफ और बलगम की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में पिप्पली उनके लिए बहुत ही सही समाधान है। आयुर्वेद के अनुसार पिपली कफ और वात के दोष को संतुलित करने में बहुत मददगार होती है। यह सर्दी, खासी, जुखाम आदि के लिए एक असरदार आयुर्वेदिक औषधि है। आयुर्वेद में पिप्पली को 'त्रिकटु' नामक से भी जाना जाता है जिसे एक आवश्यक औषधीय योग का प्रमुख तत्व माना गया है। त्रिकटु में पिप्पली के अलावा गुडूची और अदरक भी होते हैं।
How do you take Pippali powder?
खांसी होने पर पिप्पली चूर्ण को शहद या दूध के साथ 1 या 2 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 से 3 बार लेने की सलाह दी जाती है। यदि आप चाहें तो पिप्पली और अदरक का काढ़ा बनाकर भी ले सकते हैं। इसके लिए 1 चम्मच पिप्पली का पाउडर और 1 चम्मच अदरक का रस को 1 कप पानी को मिलाकर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर पि लें। इसे दिन में 2 से 3 बार ले सकते हैं। ये खासी और कफ में बहुत आराम देता है।
पाचन तंत्र को करता है मजबूत
पिपली पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छी औषधि है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में तो मदद करती ही है साथ में यह भोजन के पाचन को भी बेहतर बनाने का काम करती है। यदि आपको भूख नहीं लगती तो भी आप इसे ले सकते हैं क्योंकि यह भूख बढ़ाने और कब्ज को दूर करने में सहायक होती है। इसके नियमित सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है। पिप्पली चूर्ण को सुबह खाली पेट या भोजन के बाद 1 या 2 ग्राम की मात्रा में शहद या दूध के साथ लेने की सलाह दी जाती है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का भी काम करता है। इसके नियमित सेवन से वजन भी कम होता है।