Spain Masters Badminton 2024: स्पेन मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल मिकाबले में Supainda Katethong से हारीं PV Sindhu

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Sports Desk ,New Delhi : Spain Masters Badminton 2024: मैड्रिड में स्पेन मास्टर्स सुपर 300 के क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु (PV Sindhu) को हराने के लिए सुपानिडा काटेथोंग (Supainda Katethong) नें 12 गेम-पॉइंट अवसरों का प्रयोग किया। थाई शटलर ने शुरुआती गेम जीतने के लिए 5 मौके गंवाए।

फिर सिंधु ने निर्णायक गेम में 15-20 से पिछड़ने के बाद सनसनीखेज तरीके से 5 मैच प्वाइंट बचाए। लेकिन 77 मिनट के गेम में थाई शलटर नें 24-26, 21-17, 22-20 से सिंधु को हराकर रोमांचक जीत हासिल करन ली।

इसका मतलब है कि वर्ल्ड टूर पर खिताब के लिए सिंधु का इंतजार और बढ़ गया। उस रात, केटथोंग के लिए जीत की उम्मीद और भी बढ़ गई थी।

क्योंकि वह पेरिस के लिए क्वालीफाई करने के लिए देर से प्रयास करने की कोशिश कर रही थीं। वर्तमान में वह टॉप 16 से बाहर सिर्फ एक स्थान पर हैं। जहां पर पहुंचने के लिए उनके पास सिर्फ एक महीने का समय है।

सिंधु ने शुरुआती गेम में अच्छी शुरूआत की थी। लेकिन अंत में आते हुए उन्हें बार-बार गेम पॉइंट बचाने के लिए महनत करनी पड़ रही थी। 24-24 पर उन्होंने एक शानदार मैच खेला और बढ़त लेने के लिए एक बड़ी दहाड़ लगाई।

दूसरे गेम में काटेथोंग 13-13 से पिछड़ गई थीं। निर्णायक मुकाबले से सिंधु को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। क्योंकि वह 10-5 पर जीत के लिए अच्छी दिख रही थीं।

लेकिन सिंधु के पूर्व गुरु किम जी ह्यून द्वारा प्रशिक्षित केटथोंग ने अंतराल के दोनों ओर वापसी करते हुए 20-15 की बढ़त बना ली। सिंधु की देर से रिकवरी बहुत कम साबित हुई।

क्योंकि उन्होंने एक दुर्लभ विस्फोट प्रदर्शन किया। रैकेट को कोर्ट पर फेंक दिया क्योंकि केटथोंग अपने छठे मैच प्वाइंट को बदलने के बाद घुटनों के बल बैठ गई थीं।

Spain Masters Badminton 2024: Does PV Sindhu have a job?

पीवी सिंधु ने जुलाई 2013 से भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के लिए हैदराबाद कार्यालय में सहायक खेल प्रबंधक के रूप में काम किया है। रजत पदक जीतने के बाद 2016 में उन्हें भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) द्वारा उप खेल प्रबंधक के पद पर पहुंचा दिया गया था। 

इसमें इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि कैसे सिंधु कभी-कभी तेज गति से बैडमिंटन खेलने वाले बाएं हाथ के शटलरों के खिलाफ संघर्ष करती हैं। इस बात में कोई शक नहीं है कि, सबसे प्रमुख उदाहरण कैरोलिना मारिन हैं। जीत-हार के अंतर के मामले में, मारिन के खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड (5-11) माइनस 6 के साथ उनके करियर का तीसरा सबसे खराब रिकॉर्ड है।

Sजबकि इसे केवल मारिन के विश्व स्तरीय होने और सिर्फ लेफ्टी नहीं होने को इसका कारण माना जा सकता है। यह उनका संघर्ष है काटेथोंग (5-4), हे बिंग जिओ (9-11), बे येओन जू (1-4), सयाका ताकाहाशी (5-4) के मुकाबले जो शायद एक पैटर्न को अधिक विश्वसनीयता प्रदान करते हैं।

अया ओहोरी के खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड भी इसी प्रकार है। जो इस साल की शुरुआत में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में पहली बार हारने से पहले 13-0 था। अभी हाल ही में काटेथोंग और ताकाहाशी दोनों ने अपनी आक्रामक शैली से सिंधु को परेशान किया है।

 

वह लगभग मारिन की नकल करने की कोशिश कर रही हैं। ताकाहाशी, जो अब रिटायर हो चुकी हैं। उन्होंने भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ अपने पिछले 3 मुकाबलों में जीत हासिल की थी। जबकि केटेथोंग ने मैड्रिड में अपनी शानदार जीत से पहले सिंधु के पिछले 2 इंडिया ओपन अभियानों में 2 बार जीत हासिल की थी।

ओलंपियन और 16 बार की राष्ट्रीय चैंपियन अपर्णा पोपट ने तुरंत कहा कि यह नवीनतम हार जरूरी नहीं कि कटेथोंग के बाएंपन के कारण हुई हो। क्योंकि अंत में सिंधु के धैर्य ने शायद एक बड़ी भूमिका निभाई। लेकिन, अपने करियर से प्रेरणा लेते हुए, पोपट का कहना है कि कुछ सामान्य कारक हैं। जो दाएं हाथ के लोगों को विपरीत शैली के खिलाफ परेशान करते हैं।

हार की वजह कुछ भी हो लेकिन सिंधु की हार से भारतीय फैंस को काफी दुख हुआ है। जो कि मैच के बाद सिंधु के चेहरे पर साफ-साफ दिखाई दे रहा था। लेकिनसिंधु भी भारत का नंबर 1 महिला खिलाड़ी हैं। फैंस को उनपर पूरा भरोसा है।

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