What Is Ransomware Types Attack protection: रैंसमवेयर अटैक क्या है, रैंसमवेयर के प्रकार और रैंसमवेयर से कैसे बचें?

What Is Ransomware Types Attack protection In Hindi

What Is Ransomware In Hindi
How Many Types Of Ransomware In Hindi
How to Ransomware Attack protection In Hindi
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।
भारत में साइबर सिक्योरिटी अटैक्स में रैंसमवेयर अभी भी शीर्ष पर बना हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार लगातार दूसरे वर्ष भारत और दुनियाभर में डेटा ब्रीचेस के शीर्ष कारण के रूप में रैंसमवेयर ही रहा है। आकड़े बताते हैं कि 11 प्रतिशत ने स्वीकार किया कि वे भारत में पिछले वर्ष रैंसमवेयर हमले का शिकार हुए और इसमें से 10 प्रतिशत ने फिरौती का भुगतान किया। रैंसमवेयर को सबसे तेज बढ़ते खतरे के रूप में बताने के बावजूद, केवल 20 प्रतिशत के पास ही
रैंसमवेयर से बचने का प्लान है।

रैंसमवेयर क्या है?

रैंसमवेयर अटैक में हैकर्स आपके कंप्यूटर में आपकी फाइलों को लॉक कर देते हैं । ये फाइलें आपके जरूरी दस्तावेज, तस्वीरें, वीडियो या बैंक से जुड़ी जानकारी कु छ भी हो सकती हैं। एक बार ये फाइलें लॉक हो जाएं, तो आप उन्हें खोल नहीं पाएंगे। कर्स आपको डराने के लिए एक मैसेज भेजते हैं, जिसमें फाइल वापस पाने के लिए आपसे फिरौती की मांग करते हैं। यह फिरौती आमतौर पर किसी क्रिप्टोकरेंसी में मांगी जाती है। अगर आप यह फिरौती नहीं देते हैं तो हैकर्स आपकी फाइलों को हमेशा के लिए मिटाने या उन्हें इंटरनेट पर सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं।

रैंसमवेयर अटैक क्या है?

ये अटैक्स छोटे से बड़े स्तर के एंटरप्राइजेज के लिए एक बड़ी समस्या बना हुआ है। विशेषकर हैल्थ सेक्टर में। कई बार ऐसे एंटरप्राइजेज जो इंटरनेट कनेक्शन से बिल्कुल बचकर रहते हैं उनको भी इसका सामना करना पड़ता है। यह यूजर के ऐसी आउटसाइड फाइल, पेनड्रा इव आदि का यूज करने से होता है, जो रैंसम से प्रभावित हैं। यूजर्स को हमेशा अपडेटेड वर्जन का उपयोग ही करना चाहिए।

रैंसमवेयर के प्रकार किनते हैं?

रैनसमवेयर के दो सबसे सामान्य रूप लॉकर रैनसमवेयर और क्रिप्टो-रैनसमवेयर हैं:

लॉकर रैनसमवेयर

पीड़ित को उनकी मशीन तक पहुंचने से रोकता है। एक बार पहुंच से इनकार कर दिए जाने पर, पीड़ित को अपने डिवाइस को अनलॉक करने के लिए फिरौती का भुगतान करने के लिए कहा जाता है।

क्रिप्टो रैनसमवेयर

उपयोगकर्ता के डेटा को एन्क्रिप्ट करता है और इसे एक्सेस होने से रोकता है। फिर साइबर अपराधी जानकारी को डिकोड करने के लिए पैसे की मांग करता है। क्रिप्टोवेयर हाल के वर्षों में रैनसमवेयर का सबसे लोकप्रिय प्रकार बन गया है।

अन्य प्रकार के रैंसमवेयर कितने होते हैं?
लॉक स्क्रीन या गैर-एन्क्रिप्टिंग रैनसमवेयर

फ़ाइलों और डेटा तक पहुंच को प्रतिबंधित करता है लेकिन उन्हें एन्क्रिप्ट नहीं करता है।

मास्टर बूट रिकॉर्ड (एमबीआर) रैनसमवेयर

पीड़ितों के पीसी के लिए लाइव ओएस वातावरण में बूट करना असंभव बना देता है।

एक्सटॉर्शनवेयर या लीकवेयर

आपत्तिजनक या नुकसान पहुंचाने वाली जानकारी चुराता है और फिर हमलावर फिरौती नहीं देने पर लीक करने की धमकी देते हैं।

मोबाइल रैनसमवेयर

ड्राइव-बाय डाउनलोड या नकली ऐप्स के माध्यम से सेल फोन को संक्रमित करता है।

कैसे बचें हमले से
नियमित बैकअप

अपनी महत्त्वपूर्ण फाइलों का नियमित बैकअप लें। ताकि अगर कभी कोई हमला हो जाए तो आप आसानी से अपने डाटा को वापस ला सकें।

सॉफ्टवेयर अपडेट रखें 

कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम, सभी सॉफ्टवेयर और फर्मवेयर को हमेशा अपडेट रखें। इससे हैकर्स को कमजोरियों का फायदा उठाने का मौका नहीं मिलेगा।

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