नवरात्रि पूजा का नियम और व्रत विधि

 
इस साल शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है. नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. मातारानी के भक्त नवरात्रि के पहले दिन से लेकर पूरे 9 दिन तक व्रत रखते हैं. लेकिन शारदीय नवरात्रि के व्रत रखने के कुछ नियम हैं, जिसका कड़ाई से पालन करना होता है. जैसे की अगर आप नवरात्रि का व्रत रखना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इस बात का प्रण करना होगा कि 9 दिनों में सात्विक भोजन और आचरण करना है. वहीँ नवरात्रि के समय में तामसिक वस्तुओं जैसे लहसुन, प्याज, मांस, शराब, गुटखा, पान, सिगरेट, बीड़ी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. नवरात्रि के पहले दिन सुबह में व्रत और पूजा का संकल्प लेते हैं. इसके अलावा नवरात्रि के दिनों में आपको देवीभागवत पुराण, दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.  दुर्गा अष्टमी के दिन कन्या पूजा करके उनका आशीर्वाद लें.  वहीँ दुर्गा अष्टमी या महा नवमी के दिन नवरात्रि का हवन करें. दशमी को पारण करके नवरात्रि पूरा करें.इस साल शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है. नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. मातारानी के भक्त नवरात्रि के पहले दिन से लेकर पूरे 9 दिन तक व्रत रखते हैं. लेकिन शारदीय नवरात्रि के व्रत रखने के कुछ नियम हैं, जिसका कड़ाई से पालन करना होता है. जैसे की अगर आप नवरात्रि का व्रत रखना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इस बात का प्रण करना होगा कि 9 दिनों में सात्विक भोजन और आचरण करना है.
वहीँ नवरात्रि के समय में तामसिक वस्तुओं जैसे लहसुन, प्याज, मांस, शराब, गुटखा, पान, सिगरेट, बीड़ी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. नवरात्रि के पहले दिन सुबह में व्रत और पूजा का संकल्प लेते हैं. इसके अलावा नवरात्रि के दिनों में आपको देवीभागवत पुराण, दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.  दुर्गा अष्टमी के दिन कन्या पूजा करके उनका आशीर्वाद लें.  वहीँ दुर्गा अष्टमी या महा नवमी के दिन नवरात्रि का हवन करें. दशमी को पारण करके नवरात्रि पूरा करें.

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