Dubai Me Sona Itna Sasta Kyo Milta Hai || भारत की तुलना में दुबई में सोना सस्ता क्यों है?


 

Dubai Me Sona Itna Sasta Kyo Milta Hai ||  Why is gold cheaper in Dubai than India?
Dubai Me Sona Itna Sasta Kyo Milta Hai || भारत की तुलना में दुबई में सोना सस्ता क्यों है?
दुबई में सोना इतना सस्ता  क्यों मिलता है  आपने देखा होगा कि दुबई के लोग सोना पहनने से लेकर सोने की गाड़ियां, सोने की घड़ी हो, यहाँ तक की खाने में भी सोने का इस्तेमाल करते हैं। दुबई में सोना तोले के हिसाब से नहीं बल्कि किलो के हिसाब से बिकता है। आखिर ऐसा क्या है जिससे दुबई में सोना इतना सस्ता है चलिए जानते हैं  |
 

दुबई में लगभग 1000 से भी ज्यादा सोने की दुकानें है 

दोस्तों दुबई को सिटी ऑफ गोल्ड कहा जाता है। दुबई की इकोनॉमी में खेल और टूरिज़म का जितना योगदान रहा है, लगभग गोल्ड का भी उतना ही बड़ा योगदान है। एक तरफ दुबई में बड़ी बड़ी कंपनियों की और शोरूम है तो वहीं दुबई में एक ऐसा मार्केट है जिसमें लगभग 1000 से भी ज्यादा सोने की दुकानें हैं जहाँ रोजाना हजारों किलो सोने का धंधा होता है। अब सवाल ये है की आखिर दुबई में इतना सोना आ कहाँ से रहा है और यहाँ सोना इतना सस्ता कैसे मिलता? बता दें कि दोस्तों दुबई काफी बड़ी मात्रा में साउथ अफ्रीका से कच्चा सोना इम्पोर्ट करता है। बाद में उस कच्चे सोने से एक से बढ़कर एक खूबसूरत ज्वेलरी बनाई जाती है। 

पूरी दुनिया में 35% सिर्फ दुबई का ही योगदान रहता है

उनके ऊपर दुबई का स्टांप लगते ही ज्वेलरी का भाव दुबई के सोने के भाव के बराबर हो जाता है। दुबई में तैयार हुए ये ज्वेलरी इतनी ज्यादा खूबसूरत होती है की ना सिर्फ दुबई में बल्कि दुनिया भर में बेची जाती हैं। बता दें कि दुबई हर साल लगभग 1200 टन सोने का व्यापार करता है। पूरी दुनिया में जितना गोल्ड बिकता है, उसमें 35% सिर्फ दुबई का ही योगदान रहता है। दोस्तों दुबई में सोने की इतनी बड़ी मार्केट है की उसमें करीब 4000 से ज्यादा कंपनियां काम करती है। हम सब जानते हैं कि भारत में भी सोने का क्रेज दिन भर दिन काफ़ी बढ़ रहा है। शादी से लेकर ऐनिवर्सरी में भारतीय लोग सोना खरीदना काफी पसंद करते हैं। मुंबई में काफी बड़ी मात्रा में भारतीय लोग रहते हैं। सोने में काफी इंट्रेस्ट होने के कारण बड़ी मात्रा में निवेश भी करते हैं। अब बात करते है की दुबई का सोना पूरी दुनिया भर में इतना मशहूर क्यों है? आपको बता दें कि दुबई सोने की शुद्धता और गुणवत्ता के मामले में पहले नंबर पर आता है। 

हर एक आइटम सोने की शुद्धता का हॉलमार्क लगाना जरूरी होता है

दुबई में जीतने, शोरूम, सोना बेचते हैं। उस सोने की शुद्धता और गुणवत्ता सरकार द्वारा चेक करके। प्रमाणित किया जाता है और हर एक आइटम सोने की शुद्धता का हॉलमार्क लगाना जरूरी होता है। ये हॉलमार्क पूरी दुनिया में मान्य होता है। अगर कोई ज्वैलर बिना हॉलमार्क की ज्वेलरी या मिलावटी सोना बेचता है तो उन पर यू ऐन्टी लॉ के तहत 2 साल तक की सजा या फिर 2,00,00,000 तक का जुर्माना भी लगाया जाता है। दुबई में सख्त कानून की वजह से वहाँ नकली सोने का व्यापार ना के बराबर होता है। दुबई में सोना बाकी देशों की तुलना में काफी सस्ता होता है, जिसकी बड़ी वजह यह है कि बाकी देशों में सोने के ऊपर कई तरह के टैक्स लगते हैं। जैसे इंडिया में वैट प्लस, जी एस, टी प्लस, एक्सरसाइज, ड्यूटी प्लस, लेबर चार्ज जैसे अलग अलग टैक्स लगते हैं जो सोने की ज्वेलरी को काफी महंगा बना देते हैं। लेकिन दुबई में सोने पर सिर्फ 5% वैट लगता है और ये टैक्स भी जनवरी 2018 की ही बात लगना शुरू हुआ। 

दुबई में सोने की कीमत फिक्स जरूर रहता है 

इसके अलावा दुबई में आने वाले टूरिस्ट एंड भी कर सकते हैं तो टुरिस्ट के लिए तो गोल्ड और भी सस्ता हो जाता है। दुबई में सोने की कीमत हर दुकान में एक जैसा ही होता है, क्योंकि यहाँ इंटरनेशनल गोल्ड प्राइस इसको फॉलो किया जाता है, जो इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से बदलता रहता है। इसका एक फायदा यह होता है की हर दुकान में जाकर गोल्ड प्राइस चेक या फिर। ताल करने का झंझट नहीं रहता है। दुबई में सोने की कीमत फिक्स जरूर है, लेकिन आभूषणों की बनवाई से लेकर लेबर चार्ज में आप मोलभाव कर सकते हैं। अगर आप भाव ताल करने में एक्स्पर्ट हैं तो आपको दुबई गोल्डसुख जाना चाहिए। दोस्तों गोल्डसुख, दुबई का ट्रैडिशनल गोल्ड मार्केट यह मार्केट दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड बाजार है, जिसमें 1000 से भी ज्यादा दुकानें हैं। इसके अलावा हर मॉल में बड़े बड़े ब्रैन्डस जैसे की तमस माला बाद और कल्याण ज्वैलर्स जैसी गोल्ड शॉप भी मौजूद। इन सब शोरूम में लेटेस्ट से लेटेस्ट डिजाइन की ज्वेलरी मिल जाती। आप किसी भी शॉप से खरीदारी कर सकते हैं। दोस्तों दुबई से सोना खरीदने का एक फायदा और हैं। अगर दुबई से खरीदा हुआ सोना एक्स्चेंज करने जाते है तो जितना वेट आपकी ज्वेलरी का होता है उतना सोना माना जाता है अब बात करते हैं 

भारत इससे ज्यादा सोना लेकर जाना हो तो आपको कस्टम ड्यूटी देनी होगी

 आखिर आपको दुबई से एक्स्ट्रा टैक्स के बिना सोना लाना हो तो कितना ला सकते हैं? बता दें कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स सी बी एस के मुताबिक, कोई भी भारतीय यात्री जिसके पास वैलिड पासपोर्ट है और एक वर्ष ज्यादा समय से विदेश रह रहा है, सो वो अपने साथ दुबई से ज्वेलरी ला सकता है। और ऐसा भी नहीं। किलो के हिसाब से सोना भारत लायक और बेच दें। इस पर भी लिमिट है। बता दें की एक पुरुष करीबन 20 ग्राम सोना या फिर ₹50,000 की कीमत जितना सोना अपने साथ ला सकता है। अगर महिला की बात करें तो वो अपने 740 ग्राम गोल्ड या फिर ₹1,00,000 की कीमत जितना सोना अपने साथ ला सकता है। अगर आपको दुबई से भारत इससे ज्यादा सोना लेकर जाना हो तो आपको कस्टम ड्यूटी देनी होगी। जो पहले 10% थी अब वो 12.5% हो गई है। मतलब ऐसा नहीं है की आप ड्यूटी देकर मन चाहे उतना सोना अपने साथ ले आओ। अगर आप दुबई में छह महीने से ज्यादा रुके हैं तो आप एक किलो का सोने का बार ले जा सकते हैं और इससे ज्यादा सोना लाना चाहेंगे तो £36 50% कस्टम ड्यूटी आपको भरनी पड़ेगी। कुलमिलाकर आप जब भी दुबई जाए तो सोना जरूर लीजिये। आपको काफी सस्ता सोना मिलेगा, बस इतना जरूर ध्यान रखें कि अपनी खरीदारी काबिल अपने साथ जरूर रखें। 

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