किस धातु के बर्तन में खाना खाना चाहिए || Kis Bartan Me Khana Khana Chahaiye

Kis Bartan Me Khana Khana Chahaiye
सिक्का : सिक्का के बर्तनों का उपयोग खासकर भोजन पकाने और सर्विंग के लिए किया जाता है। सिक्का एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है, जिससे खाना सुरक्षित रहता है। इसके साथ ही, सिक्का के बर्तन भोजन को ठंडा रखने की क्षमता रखते हैं, जो खाना के स्वाद को बनाए रखने में मदद करता है।
तांबा : तांबे के बर्तन भी भोजन पकाने और परोसने के लिए उपयोग किया जाता है। यह बर्तन खाना को सुरक्षित और स्वादिष्ट बनाए रखने में काफी मदद करता हैं।
लोहा : लोहे के बर्तन खाना पकाने और परोसने के लिए उपयोग किया जाता है। लोहा एक उत्तम स्रोत है लौह की आवश्यक धातु को शरीर में प्रदान करने के लिए। लोहे के बर्तन खाने के अच्छे लिए होते हैं खासकर अपने आहार में लौह की कमी शिकायत दूर करने के लिए इस उपयोग किया जाता है
सोना : सोने के बर्तन खासकर स्पेशल अवसरों पर उपयोग किए जाते हैं और इसे अमीर और खास दावतों में इस्तेमाल किया जाता है। सोने के बर्तन के उपयोग से भोजन का अनुभव भी विशेष होता है।
खाना पकाने के लिए सबसे अच्छा बर्तन कौन सा है?
स्टेनलेस स्टील : स्टेनलेस स्टील बर्तन बहुत लोकप्रिय हैं और इन्हें खासकर भोजन पकाने के लिए उपयोग किया जाता है। ये बर्तन लंबे समय तक टिके रहते हैं, उन्हें साफ़ करना आसान होता है, और उनका उपयोग विभिन्न प्रकार के भोजन बनाने के लिए किया जा सकता है।
कांसा : कांसे के बर्तन भी खास प्रकार के भोजन के लिए उपयोगी हो सकते हैं। इन्हें उच्च तापमान पर उबाला जा सकता है, जिससे खाना अच्छी तरह पकता है।
ग्लास : ग्लास के बर्तन भी खाना पकाने के लिए अच्छे होते हैं, खासकर धार्मिक या सांस्कृतिक उपयोग के लिए। ये अच्छे स्वाद और पर्यावरण में अनुकूल होते हैं।
कास्ट आयरन : कास्ट आयरन के बर्तन भी खास रूप से भारतीय खाना पकाने के लिए उपयोगी हो सकते हैं, जैसे कि तावे और कड़ाही। ये बर्तन भोजन में आयरन का अच्छा स्रोत प्रदान करते हैं।
कांसे के बर्तन में दूध पीने के फायदे
पोषण से भरपूर: कांसे के बर्तनों में दूध पकाने और पीने से दूध में किसी भी नुकसान या रसायनों का अधिकारित विलयन नहीं होता है। यह बर्तन दूध को पोषण से भरपूर बनाए रखने में मदद करते हैं।
धातुओं का संतुलन: कांसे में मौजूद कुछ धातुओं का संतुलन होता है जो शरीर के लिए उपयोगी हो सकता है, जैसे कि तांबा, जिसमें धातुओं का उपचारात्मक महत्त्व हो सकता है।
सुरक्षितता: कांसे के बर्तन दूध को धातुओं के अभाव के कारण बकाया करते हैं, जिससे वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के खतरे को कम किया जाता है।
स्वाद: कांसे के बर्तनों में दूध पकाने से उसका स्वाद भी अधिक लचीला और स्वादिष्ट होता है।
आयुर्वेदिक महत्व: आयुर्वेद में कांसे के उपयोग को स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता है, खासकर पित्त और कुफ के विकारों को नियंत्रित करने के लिए। दूध को कांसे के बर्तन में पकाने और पीने से यह उपयोगी आयुर्वेदिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।