जानिए शिवलिंग की सबसे पहले पूजा किसने की और इसकी स्थापना किसने की
डेस्क-हिन्दू धर्म में ज्यादातर देव-देवताओं की पूजा मूर्ती के रूप में की जाती हैं, लेकिन भगवान शंकर ऐसे हैं जिनकी पूजा शिवलिंग के रूप में करने का विधान हैं। आइये जानते हैं शिवलिंग की पूजा करने की शुरुवात कैसे हुई सबसे पहले शिवलिंग की पूजा किसने की? इन सभी तथ्यों का वर्णन लिंगमहापुराण में मिलता हैं।
लिंगमहापुराण के अनुसार एक बार भगवान विष्णु और ब्रह्माजी दोनों में स्वयं को श्रेष्ठ बताने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। जब दोनों का विवाद बहुत ज्यादा बढ़ गया तो अग्नि से लिपटा हुआ एक लिंग, वहीँ पर प्रगट हो गया। यह लिंग ब्रह्मा जी और भगवान विष्णु जी के बीच में आकर स्थापित हो गया। दोनों ही देव इस अग्नि रुपी लिंग के रहस्य को समझ पाने में सक्षम नहीं थे। तभी उन्होंने निर्णय लिया की दोनों में से सबसे पहले जो इस अग्नि ज्वलित लिंग के स्रोत का पता पहले लगा लेगा, वहीँ उन दोनों में श्रेष्ठ होगा।
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- इस तरह भगवान विष्णु लिंग के निचे की ओर जाने लगे और ब्रह्मा जी लिंग के उपर की दिशा की जाने लग गये।
- हज़ारों वर्षों तक खोज करने के पश्चात भी वह इसके मुख्य स्रोत का पता लगाने में विफल हो गये।
- परन्तु ब्रह्मा जी ने भगवान विष्णु से आकर यह कहा की उन्होंने इसके स्रोत का पता लगा लिया है |
- केतकी के फूल को इसका प्रमाण बताया और केतकी के फूल ने भी ब्रह्माजी के झूठ में साथ दिया।