पेटीएम कंपनी का मालिक कौन है | Paytm Success Story In Hindi
भारत में पेटीएम की शुरुआत कब हुई | Success Story Of Vijay Shekhar Sharma In Hindi
Founder Of Paytm
Vijay Shekhar Sharma Net Worth
Hindi Success Story
एक लड़की को अपने हस्बैंड में क्या चाहिए... Cute Looks, बढ़ियां Height, Six Pack Abs और Stylish Personality... अगर आप भी यही सोचते हैं कि लड़कियां अपने हस्बैंड में ये सब कुछ देखती हैं तो मेरा यकीन मानिए आप बहुत ग़लत सोचते हैं... एक लड़की होने के नाते मैं कम से कम आपसे झूठ तो नहीं बोलूंगी, हस्बैंड दिखने में हो चाहे जैसा, उसके पास होना चाहिए ढेर सारा पैसा तो बस भैया, यही है असली कहानी, अब आप इसे चाहे ग़लत समझें या सही...
10 हज़ार से सीधा बना 10 हज़ार करोड़ का मालिक
Indian Matrimonial Site Shadi.com के 'Indias Most Eligible Groom' के आंकड़ें बताते हैं कि भारतीय लड़कियां अपने लिए ऐसे दूल्हे चाहती हैं जिसका salary slab हाई हो... और ये बिलकुल सही भी है आज के दौर में लड़के का घर-परिवार या उसके लुक से ज्यादा important उसकी कमाई हो चुकी है... और इसमें वैसे कुछ गलत भी नहीं है, हर कोई एक Safe & Secure Life, deserve करता है या करती है... खैर, आप सोचिए कि ऐसे जमाने में किसी लड़के की सैलरी महज़ 10 हज़ार हो तो क्या उसकी शादी होगी, शायद हो भी जाए लेकिन -बहुत मुश्किल से होगी.. अब आप सोच रहे होंगे की आज की अपनी इस वीडियो ये शादी बियाह की बाते क्यों कर रहे है ऐसा इसलिए क्युकी Success Story की अपनी इस series में हम आज जिनकी कहानी आपको सुनाने जा रहे हैं, उनके साथ भी यही मामला था, उनकी कमाई सिर्फ 10 हज़ार रुपए थी जिसके चलते उनकी शादी नहीं हो पा रही थी... लेकिन फिर उनकी जिंदगी ने ऐसी पलटी मारी कि हजारों करोड़ों की संपत्ति के मालिक हो गए...
सफलता की प्रेरक कहानी
कुछ कर गुज़रने का जुनून हो तो इंसान को अपनी जिंदगी में ऐसे-ऐसे experiences से गुज़रना पड़ता है जहां से उसके पास दो ही रास्ते होते हैं... या तो लगातार मिल रहे failures से लड़ कर कामयाब बन जाए या फिर उन failures से हार कर एक ऐसे अंधेरे का हिस्सा हो जाए जहां उसे कोई पहचानता भी ना हो... विजय शेखर शर्मा उन लोगों में से हैं जिन्होंने दुनिया से अलग खड़े होना तो चुना मगर असफलताओं से हारे नहीं... इसका Result जो निकला उसे आज हम Paytm के नाम से जानते हैं... जी हां विजय शेखर ही वो शख्स हैं जिन्होंने Paytm जैसी कंपनी शुरू की और उसे कामयाबी की बुलंदियों तक पहुंचाया... तो चलिए जानते हैं इनके संघर्ष और पेटीएम की सफलता की कहानी... उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्में विजय शेखर शर्मा की Intermediate तक की Education, Hindi Medium से हुई... आमतौर पर समझा जाता है कि जिनकी पढ़ाई हिंदी मीडियम से होती है उनका Future Bright नहीं होता... लेकिन विजय शेखर शर्मा ने इस धारणा को खत्म करने का काम किया है... खैर, 12th पास करने के बाद विजय अपनी graduation के लिए दिल्ली चले आए, यहां उन्होंने College of engineering में एडमिशन लिया और electronics और communications के subject में पढ़ाई करने लगे... विजय को यहां आने के बाद हिंदी और इंग्लिश के बीच का बहुत बड़ा अंतर मालूम चला...
पेटीएम कंपनी का मालिक कौन है?
इससे पहले तक इंग्लिश उनके लिए सिर्फ एक भाषा थी, लेकिन दिल्ली के इस कॉलेज में उन्हें इस बात का experience हुआ कि यहां इंग्लिश सिर्फ एक भाषा नहीं बल्कि आपकी काबलियत तौलने का एक पैमाना है... हिंदी मीडियम से पढ़ा ये लड़का इंग्लिश में कमजोर था... स्वभाव से पहले ही introvert किस्म का था जिस वजह से किसी से कुछ पूछ भी नहीं पाता था... अंग्रेजी पर उनकी कमजोर पकड़ के चलते उनका काफी मजाक भी बनाया जाता था... लिहाजा, उन्होंने फैसला किया कि वह किसी भी हालत में अंग्रेजी सीख कर ही रहेंगे... अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के दम पर उन्होंने कड़ी मेहनत करके अंग्रेजी सीख ही ली... एक बार की बात है विजय एक Second Hand किताब खरीदने के लिए दिल्ली की दरियागंज मार्केट गए... इस दौरान कुछ magazines पर उन्हें silicon valley पर आर्टिकल छपे मिले... उसे पढ़ने के बाद विजय को भी लगा कि भारत में भी सिलिकॉन वैली होनी चाहिए... साल 1995 के दौर में भारत में इंटरनेट की सुविधा तो थी नहीं, लिहाज़ा इंटरनेट बिजनेस की शुरुआत नहीं हो सकती थी... इसी बीच कंप्यूटर सेंटर में बैठे विजय ने एक मैगजीन में Mark Anderson का इंटरव्यू पढ़ा जहां उन्होने Netscape का business model समझाया था...
भारत में पेटीएम की शुरुआत कब हुई?
विजय ने इसके बाद अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक सर्च इंजन बनाया जिसका नाम रखा गया XS communication... बाद में इसे एक content management system की तरफ डेवलप किया... साल 1999 में विजय ने इसे एक अमेरिकी बिजनेसमैन को बेच दिया... इसके बाद उन्होंने यहीं से one97 कम्यूनिकेशन की शुरुआत की... विजय ने बताया कि जो बिजनेस उन्होंने शुरू किया था वह इंटरनेट कंटेंट ऑन SMS मॉडल पर based था... वे telecom operators से कुछ नहीं वसूलते लेकिन जो कंटेंट सर्विस वो देते थे उसके लिए वे कंज्यूमर से पैसे चार्ज करते थे... विजय की कंपनी तब चल पड़ी जब उनकी मुलाकात एक बड़े और नामी Investor से हुई जिन्होंने विजय को एक बड़े प्रोजेक्ट का काम दिया... काम से खुश होकर उन्होंने विजय को कंपनी का CEO बनने का ऑफर दिया... लेकिन विजय न इस ऑफर को ठुकरा दिया... उन्होंने विजय को 40 फीसदी हिस्से के बदले 8 लाख रुपये और काम करने को ऑफिस भी दिए... धीरे धीरे विजय की कंपनी ट्रैक पर आ गई और फिर साल 2010 में स्मार्टफोन्स और इंटरनेट का दौर शुरू हुआ और विजय ने मौके का फायदा उठाते हुए consumer based brand लाने का idea दिया, जहां users को न केवल content बल्कि कई extra चीजे भी ऑफर की जाए... ऐसे करते हुए ही Paytm की शुरुआत हुई...
पेटीएम कंपनी कितनी पुरानी है?
आज की तारीख में basically money transaction के लिए यूज होने वाला पेटीएम एप उस समय prepaid recharge और DTH recharge की service provide करता था... इसके बाद इसमें इलेक्ट्रिसिटी और गैस के बिल के भुगतान की सुविधा जोड़ी गई... ऐसे ही ये एप धीरे धीरे online transactions की service देने लगा... ऐसे तो पेटीएम के अलावा भी कई सारे एप्स आनलाइन ट्रांजेक्शन की सुविधा दे रहे थे लेकिन 2016 में हुए demonetization में इस सर्विस का सबसे बड़ा फायदा पेटीएम को ही हुआ... सरकार ने एक तरफ digital India के concept में तेजी दिखाई और दूसरी तरफ विजय शेखर शर्मा की कंपनी पेटीएम को बल मिल गया... 2017 में Forbes ने विजय शेखर शर्मा को इंडिया के youngest billionaire की list में शामिल किया... आज की डेट में विजय शेखर शर्मा 10 हज़ार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं...
तो इस तरह से 10 हज़ार रुपए महीने का इंसान आज 10 हज़ार करोड़ का मालिक बन गया... विजय शेखर शर्मा की कामयाबी की दास्तां हमें सिखाती है कि हमें अपनी कमजोरी से भागना नहीं चाहिए बल्कि उसका डटकर सामना करके उसे खत्म करना चाहिए...