अयोध्या के रामकथा पार्क में कार्यक्रम का आयोजन | Ram Mandir Ayodhya

अयोध्या में कौन सा प्रोग्राम चल रहा है | Ayodhya Me Hua Bhajan Ka Aayojan

 ayodhya ka karyakram

Ayodhya Ram Mandir

भगवान राम कैसे दिखते थे?

Ram Bhajan Ka Aayojan

रामकथा पार्क में बीती शाम महाप्राण निराला की राम की शक्ति पूजा का कथक शैली में प्रस्तुतीकरण सभी को विभोर कर गया। दिल्ली से आई शालीना चतुर्वेदी ने अपने दल के साथ राम रावण के युद्ध में विजय के लिए शक्ति का आह्वान करने और पूजन की संपूर्णता के लिए नीलकमल के बजाय अपने नेत्रों के समर्पण की कथा ने दर्शकों को बांधे रखा। राम को मानव रूप में पराजय से सशंकित होना,सीता का स्मरण करने भावुक होना,हनुमान जी का क्रोध और रामजी की पूजा सब कुछ इतना जीवंत था की दर्शक नृत्य नाटिका में खो से गए। 

रामकथा पार्क में दशावतार और रामायण के प्रसंगों ने दर्शकों को मोहा

गाजियाबाद से आई नीलाक्षी राय के दल ने सृष्टि के आरंभ से नारायण के अवतारों की कथा बेहद सधे अंदाज में प्रस्तुत करके भक्तिमय वातावरण बना दिया। हर अवतार की कथा के साथ ध्वनि और पार्श्व संगीत प्रस्तुति को प्रभावी बना रहा था तो योगराज पवार के पढंत बोल,विजय परिहार का गायन,अभिषेक का तबला और मेहराब का सितार सब कुछ मानो बोल रहा था। इन्ही कलाकारो ने रामायण के विविध प्रसंगों को कथक के माध्यम से मंचित किया। कलाकारो का सुगमता से एक के बाद दूसरे बदलते पात्र में बदलना सम्मोहित कर रहा था।

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रामकथा पार्क में वेदव्यास जी की रामाष्टकम का हुआ मंचन

अलीगढ़ से आई पूनम सारस्वत के दल ने रामाष्टकम की प्रस्तुति की। राम की सबसे पुरानी स्तुति को नृत्य विधा में देखना सुखद था।दर्शक राम की आराधना में पूरी तरह से मगन हो गए। प्राची गोस्वामी,सोनम चक्रवर्ती,दिशा,दर्शिका,आंचल, दिव्या, तान्या और संजय बघेल सह कलाकार के रूप में थे।

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रामकथा पार्क में हुई राम की शक्ति पूजा... 

वाराणसी से आए सागर विश्वकर्मा ने भगवान शंकर की स्तुति से आरंभ अपनी नृत्य नाटिका में नमामी भक्त वात्सलम पर समूह कथक नृत्य करके अपनी भक्ति प्रकट की तो दर्शक भी उनके साथ साथ स्तुति करने लगे। इन्ही कलाकारो ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों को मंच पर प्रस्तुत किया तो सभी एक बार से तालियां बजाने लगे।

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अयोध्या में कौन सा प्रोग्राम चल रहा है?

इसके बाद मंच पर गोवा से आए कृपेश गांवकर के दल ने पारंपरिक कुणबी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। मिट्टी के बने, घोरपड़ के चमड़े से बने घुमाट वाद्ययंत्र के साथ संगीत की लय पर कलाकारो का नृत्य गोवा के उल्लास को प्रकट कर रहा था। जो अयोध्या केनुल्लास के घुल रहा था। महिला कलाकार अपनी पारंपरिक पोशाक देहटी पहन कर नृत्य कर रही थी जो गोवा की संस्कृति को प्रस्तुत कर रहा था।

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हनुमान जी से प्रार्थना कैसे करें?

गाजियाबाद से आए चंचल प्रसाद ने संगीता और ईप्सा के साथ मिलकर सबसे पहले हनुमान जी की वंदना की।समूह में कलाकारो का तालमेल और अभिनय दोनो भक्ति भाव को दर्शकों तक पहुंचा रहे थे तो अगली प्रस्तुति में शुद्ध धमार विलंबित ताल में प्रस्तुत करके कथक की सबको बारीकियों से परिचित कराया। अंत में सरगम को कथक में पिरो कर प्रस्तुत करके सबकी वाहवाही लूटी।
इस दल की अर्पिता भारद्वाज की प्रस्तुति भी सराहनीय रही।

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कार्यक्रम का भावपूर्ण संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक देश दीपक मिश्र ने किया। इस अवसर पर शिवांश,करपात्री जी महाराज,अशोक,शंभू समेत भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।

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