सोने में उतार-चढ़ाव क्यों होता है | Why Gold Price Is Increasing In India?

सोना खरीदने के लिए सबसे अच्छा दिन कौन सा है | Sona Kab Kharidna Chahiye?

भारत में सोना कब सस्ता होगा 2024

Sona Kab Sasta Hota Hai

भारत में सोना कब सस्ता होगा 2024?

Gold Rate in India

हमारे देश में अगर आप किसी से पूछेंगे कि सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट क्या होता है, तो वह आपसे कहेगा या तो ज़मीन ले लो या तो सोना ले लो... हालांकि इनमें भी सोना खरीद कर रखना सबसे ज्यादा पॉपुलर है... कभी भी Financial Crisis होने पर Gold ही सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट माना जाता है जो काफी हद तक सही भी है...

Gold की कीमत में क्यों होता है उतार-चढ़ाव?

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारतीय लोगों ने ऐसी धारणा क्यों बना कर रखी हुई है? वो इसलिए क्योंकि जिस तरह पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव होता रहता है... ठीक उसी तरह सोने की कीमतों में भी changes होते रहते हैं... हालांकि, ऐसा बहुत ही कम होता है कि सोने के दाम में गिरावट दर्ज की जाती हो, ज्यादातर सोने के दाम बढ़ते ही रहते हैं... अभी 2 दिन पहले की ही बात है, सोने का रेट नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है... जी हां, 335 रुपए की मजबूती के साथ सोना 65,513 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है... शुरुआती कारोबार में भाव 65500 रुपए का लेवल पार किया है, जोकि नया ऑल टाइम हाई लेवल है... तो चलिए अपनी रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि वह कौन-सी वजह हैं जिसके चलते सोने के रेट में बदलाव होता रहता है...

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जानें किन परिस्थितियों में कम और ज्यादा होते हैं सोने के भाव?

वैसे तो सोने की कीमतों के बढ़ने के बहुत से reasons होते हैं लेकिन इनमें सबसे मेन है Emergency Situation... मतलब कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में Gold Rates High हो जाते हैं... Example के तौर पर आप Corona के दौर को ले लीजिए... कोरोना असल मायने में एक Emergency Situation ही थी... यही वजह है कि सोने के दाम में बढ़ोतरी हो गई थी... जैसा कि हमने शुरुआत में ही बताया था कि सोने को हमेशा से ही एक सुरक्षित Assets, यानी कि एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट समझा जाता है, इसीलिए सोने के दाम अचानक से बढ़ जाते हैं...  इसको हम अगर और बारीकी से समझाएं तो आप यह समझ लीजिए कि जब किसी संकट की वजह से financial दिक्कत शुरू होती है तो ये आमतौर पर equity market, Global business और financial ecosystem पर भी अपना असर छोड़ती है... सप्लाई और डिमांड में उतार-चढ़ाव के चलते बाजार में अस्थिरता पैदा होती है... यह instability, investors को अपने investment पोर्टफोलियो में diversity लाने को मजबूर करती है... क्योंकि वे अपने फाइनेंस को सुरक्षित रखना चाहते हैं... ऐसे में लोग सोने को सबसे ज्यादा तरजीह देते हैं... लिहाजा सोने के दाम बढ़ जाते हैं...

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भारत में सोना बेचने के नए नियम क्या हैं?

इसके अलावा अगर हमारे देश की सरकार ने सोने के Import से जुड़ा कोई नया नियम लागू किया है तो इसका सीधा असर सोने की कीमत पर पड़ेगा... इसी तरह सोने का export करने वाले देश में किसी साल Production घट जाता है तो इसका असर भी घरेलू बाजार में सोने की कीमत पर पड़ेगा... इसी तरह देश में या विदेश में ऐसे कई घटनाएं होती हैं, जिनका असर सोने की कीमत पर सीधे तौर पर पड़ता है... खैर, अब जान लेते हैं कि सोने के दाम कम या सामान्य कब बने रहते हैं... दरअसल जब महंगाई अपनी चरम सीमा पर होती है और फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला होता है, तब देखा जाता है कि सोने की कीमतों में कोई उछाल नहीं होती बल्कि कुछ कम कीमतों पर भी सोना मिल जाता है... भारत में फेस्टिव सीजन यानी त्यौहारी सीजन के दौरान सोने की डिमांड बढ़ जाती है...

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सोना खरीदने के लिए सबसे अच्छा दिन कौन सा है?

खासकर दिवाली और धनतेरस के मौके पर भारत में सोना खरीदने की परंपरा रही है... तो अगर आप हमसे पूछेंगे कि सोना खरीदने का सबसे अच्छा वक्त कौन सा होता है तो हम आपको यही राय देंगे कि आप फेस्टिवल सीजन में ही सोना खरीदें... यह आपके लिए सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट साबित हो सकता है...

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