Motivational Story कौन हैं भारत के मिल्क मैन, खुद नहीं पीते थे दूध लेकिन देश में बहा दी दूध की नदी

Title: कौन हैं भारत के मिल्क मैन, खुद नहीं पीते थे दूध लेकिन देश में बहा दी दूध की नदी

विश्व में श्वेत क्रांति के जनक कौन है?

दूध उत्पादन के मामले में भारत दुनिया का स्थान पहला है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तकरीबन दस वर्ष पहले, 2013-14 में देश में 1463 लाख टन दूध का उत्पादन था, जो कि वर्ष 2022-23 में बढ़कर 2306.0 लाख टन हो चुका है. भारत को दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनाने का पूरा श्रेय डॉ. वर्गीज कुरियन (Verghese Kurien) को जाता है. अब आप सोच रहे होंगे ये डॉ. वर्गीज कुरियन हैं कौन? चलिए आपको बताते हैं. 

कौन हैं वर्गीज़ कुरियन, जिसने की AMUL की शुरुआत?

विकिपीडिया के अनुसार, देश में श्वेत क्रांति (दूध की क्रांति) लाने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म 26 नवंबर 1921 को भारत के कोझीकोड में हुआ था. उन्होंने देश के सबसे बड़े डेयरी प्रोडक्ट ब्रैंड अमूल (AMUL) की शुरुआत की थी. आज हम जिस अमूल दूध का प्रयोग अपने दिनचर्या में करते हैं, वो वर्गीज़ कुरियन के बिना संभव नहीं हो पाता. अमूल से ना केवल देश में दूध की कमी खत्म हुई बल्कि इसके जरिए देश में दूध का इतना उत्पादन शुरू हुआ कि गांव-गांव में खुशी की दौड़ने लगी. 

सरदार वल्लभ भाई पटेल ने दिया कुरियन का साथ

कुरियन के इन्हीं प्रयासों की वजह से आज भारत दूध के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है. और भारत के मिल्क प्रोडक्ट में आत्मनिर्भर होने की कहानी की शुरुआत वर्ष 1945-46 में हुई थी, जब सरदार वल्लभ भाई पटेल ने दूध के लिए सहकारी योजना की नींव रखी. इस योजना के तहत वर्ष 1946 में सहकारी सोसाइटी की स्थापना की गई. देश की आजादी के दो साल बाद, वर्ष 1949 में कुरियन ने अमूल डेयरी की शुरुआत में की. आज अमूल देश के हर तीसरे घर में मौजूद है. एक रिपोर्ट की मानें तो भैंस के दूध से दूध पाउडर बनाने का आइडिया भी वर्गीज़ कुरियन ने ही दिया था. उस समय पूरी दुनिया में सिर्फ गाय के दूध से मिल्क पाउडर बनाने की होड़ थी. 

आपरेशन फ्लड से बढ़ा दूध की उत्पादन 

Milkman of India आपको बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने अमूल मॉडल को दूसरी जगहों पर फैलाने के लिए राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड (NDDB) का गठन किया. वर्गीज़ कुरियन को बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. इस बोर्ड ने 1970 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ की शुरुआत की जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन गया. कुरियन वर्ष 1965 से 1998 यानि 33 साल तक एनडीडीबी के अध्यक्ष रहे. 

वर्गीज कुरियन कैसे बने मिल्क मैन ऑफ़ इंडिया?

दूध के उत्पादन से भारत में श्वेत क्रांति आई और वर्गीज कुरियन को तब से मिल्कमैन ऑफ इंडिया कहकर पुकारा जाने लगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में दूध की नदी बहाने वाले ‘मिल्कमैन ऑफ इंडिया’ वर्गीज कुरियन खुद दूध नहीं पीते थे. उनका कहना था कि, वह इसलिए दूध नहीं पीते क्योंकि उन्हें यह अच्छा नहीं लगता. मिल्क प्रोडक्शन के क्षेत्र में भारत को नंबर वन बनाने वाले डॉ. कुरियन ने 09 सितंबर 2012 को एक गंभीर बीमारी से ग्रसित होने के कारण इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

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