मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है यह सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है। इस दिन को उत्तरायण का आरंभ भी माना जाता है। उत्तरायण को शुभ और मंगलकारी माना जाता है। मकर संक्रांति के दिन कई धार्मिक और सामाजिक परंपराएं निभाई जाती हैं।
मकर संक्रांति के दिन दान करने से ग्रह नक्षत्र दोष दूर होते हैं। विशेष रूप से, तिल, गुड़, कंबल, लाल कपड़ा, और लाल मिठाई का दान करना शुभ माना जाता है।
मकर संक्रांति के दिन तिल के लड्डू, गुड़, और रेवड़ी का भोग लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाकर माता दुर्गा की पूजा करने से माता दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। इससे सभी प्रकार के भय और कष्ट दूर होते हैं।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य को जल अर्पित करने से करियर में सफलता मिलती है। इससे नौकरी में पदोन्नति मिलती है और व्यवसाय में लाभ होता है।
व्यापार में सफलता मिलती है। मकर संक्रांति के दिन गणेश जी की पूजा करने से व्यापार में सफलता मिलती है। इससे व्यापार में वृद्धि होती है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति के दिन तिल के लड्डू, गुड़, और रेवड़ी का सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। इससे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने से मन प्रसन्न रहता है। इससे मानसिक तनाव दूर होता है और शांति मिलती है।
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने से पर्यावरण शुद्ध होता है। इससे हवा में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने से सामाजिक सद्भाव बढ़ता है। इससे लोगों के बीच प्रेम और भाईचारा बढ़ता है।
मकर संक्रांति का त्योहार एक बड़ा उत्सव होता है। इस दिन लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और खुशियां मनाते हैं। इससे उत्सव का माहौल होता है।