चिंता और अवसाद हमारे दिमागी विकारों के प्रकार हैं। जिसमें depression उदासी, निराशा और कम ऊर्जा की भावनाओं का कारण बनता है। वहीं anxiety घबराहट या भय की भावनाएँ पैदा करती है। हालाँकि दोनों स्थितियाँ अलग-अलग हैं लेकिन आप एक ही समय में दोनों का अनुभव कर सकते हैं।
डिप्रेशन एक सामान्य मानसिक विकार है। इसमें व्यक्ति अत्यधिक तनाव महसूस करता है। साथ ही रोजमर्रा की गतिविधियों में भी उसे आनंद या रुचि महसूस नहीं होती है। यह नियमित मनोदशा परिवर्तन और रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में होने वाली भावनाओं से अलग होता है।
anxiety डर, भय और बेचैनी की भावना है। इससे आपको पसीना आ सकता है, बेचैनी और तनाव महसूस हो सकता है और दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है। यह तनाव के प्रति एक सामान्य प्रतिक्रिया हो सकती है।
तनावग्रस्त, किसी विशेष स्थिति में घबराया हुआ महसूस करना या आराम करने में असमर्थ महसूस करना। भय की भावना होना या सबसे बुरी स्थिति से डरना।
ब्रीथिंग एक्सरसाइज, अपने किसी करीबी से बात करें, एरोमाथेरेपी, योग एवं व्यायाम, सैर करें, एकांत में रहने से बचे, अपने डर को साझा करें, अधिक समस्या होने पर स्पेसलिस्ट की सहायता लें।
ध्यान केंद्रित करने, विवरण याद रखने या निर्णय लेने में परेशानी होना। अच्छी नींद लेने के बाद भी थकान महसूस होना। दोषी, बेकार या असहाय महसूस करना। आत्महत्या या खुद को चोट पहुँचाने के बारे में सोचना।
नकारात्मक विचार, ध्यान केन्द्रित करने में समस्या, चिड़चिड़ापन, अत्यधिक थकान, तनाव में बहुत अधिक खाना या भूख में कमी, सीने में दर्द या धड़कन का बढ़ना, आत्मविश्वास में कमी आदि डिप्रेशन के प्रमुख लक्षण हैं। ये लक्षण महिला और पुरुष में भिन्न हो सकते हैं।
रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज करे, ताजा और हेल्दी खाना खायें, 3 से 4 लीटर पानी पिये, अपने करीबी से बात करें, तनाव से बचे, अच्छी चीजों की तरफ ध्यान दें, अपनी क्रिएटिविटी पर ध्यान दें, डायरी लिखें। इसके साथ ही आप एक्सपर्ट्स से परामर्श ले सकते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य हमारे भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक हित में शामिल है। यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है। इसी के द्वारा हम तनाव को मैनेज करते हैं। अपने लिए सही और स्वस्थ विकल्पों को चुनते हैं।