देश- विदेशों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही इनकी बैटरी को लेकर भी कई तरह के सवाल सामने आते रहते हैं। लेकिन आज हम आपको बताते हैं की जब बैटरी खराब होने लगती है तो हमे क्या संकेत देती है
आपको बता दे की नई इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी की बैटरी को चार्ज होने में काफी कम टाइम लगता है इसके साथ ही इनकी रेंज भी काफी ज्यादा रहती लेकिन जैसे-जैसे बैटरी खराब होने लग जाती है, वैसे ही इनको चार्ज करने के लिए समय भी ज्यादा लगता है
रेंज में भी लगातार कम होती चली जाती है। जिससे वाहन को हर थोड़ी देर में चार्ज करना पड़ता है और चार्ज होने के बाद भी यह बहुत कम दूरी तय करने लगती हैं।
जानकारी के मुताबिक जो इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी की बैटरी होती है उसकी क्षमता मौसम के कारण भी प्रभावित हो सकती है। देश में कहीं काफी कम और कहीं काफी ज्यादा तापमान होता है। ऐसे में इन क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहन का इस्तेमाल करने पर बैटरी में नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है।
आप इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी को चार्जिंग पर लगाने के बाद छोड़ दे रहे हैं तो भी बैटरी पर बुरा असर हो सकता है। वैसे तो इलेक्ट्रिक कारों और एसयूवी में अधिकचार्जिंग से सुरक्षा के कुछ उपाय किए जाते हैं, लेकिन बार-बार चार्ज करने से भी बैटरी जल्दी खराब हो सकती है।
बता दें की इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी में मिलने वाली बैटरी की उम्र काफी ज्यादा होती है। इलेक्ट्रिक कार की बैटरी की उम्र लगभग आठ साल या इससे ज्यादा होती है। हालांकि कार को उपयोग के अनुसार बैटरी की उम्र कम या ज्यादा भी हो सकती है।
इस समय आधुनिक इलेक्ट्रिक वेहिकल्स में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जा रहा है. बता दें की ये वैसी ही बैटरी होती हैं जिनका उपयोग स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में किया जा रहा है. लेकिन हर कार में बैटरी की क्षमता अलग-अलग होती है,
लेकिन देश में मिलने वाली ज्यादातर इलेक्ट्रिक कारों और एसयूवी की बैटरी पर कंपनियों की ओर से कम से कम आठ साल के आस-पास या डेढ़ लाख किलोमीटर तक की वारंटी दी जाती है।
भारत में इलेक्ट्रिक कारों की कीमत 7.49 लाख से शुरू होती है फिर 50 लाख तक कीमत की कार भारत में उपलब्ध हैं अगर बात करें इसकी बैटरी के प्राइस की बता दे की कार के मॉडल के अनुसार बैटरी की कीमत निर्धारित होती है।
आपको बहुत अधिक गर्मी या ठंड वाली जगह में कार को नहीं रखना है, बैटरी को फुल चार्ज या डिस्चार्ज न करें,बैटरी का लेवल 20% से 80% के बीच ही रहना चाहिए। और हमेशा कार को फास्ट चार्जर से चार्ज नहीं करना चाहिए, इससे बैटरी की लाइफ खराब होती है.