अगर आप अपने जीवन में खुशियां चाहते हैं या फिर आपके जीवन में किसी गृह का दुष्प्रभाव है तो आपको लाल किताब के अनुसार बताते हैं की आप अपने अशुभ गृह को कैसे प्रसन्न करें।
बहुत सारे लोग जीवन में कठिन परिश्रम करते हैं, लेकिन इसके बावजूद उनको सफलता नहीं मिलती. क्यूंकि आपकी सफलता सिर्फ आपके परिश्रम पर नहीं, बल्कि आपके गृह नक्षत्रों का भी आपके जीवन में विशेष प्रभाव पड़ता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की पुरे ब्रम्हांड में कुल 9 गृह हैं
यदि आपका सूर्य गृह ठीक नहीं चल रहा है तो इसे प्रसन्न करने के लिए आसान उपाय है, जिसके लिए आपको इस ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गंगा जल और चांदी का टुकड़ा हमेशा अपने पूजा घर में रखें। और छोटे लाल बंदर को गुड़ चना जरूर खिलाएं।
यदि आपको चंद्र दोष है तो उसके निवारण के लिए आपको शमशान या अस्पताल में प्याऊ लगवाना चाहिए। और जलाशय में पैसा डालने चाहिए। साथ ही सोमवार को सफेद कपड़े में मिश्री डालकर पानी में बहाने से चन्द्रमा शुभ होगा।
अगर आपको मंगल ग्रह बलवान करना है तो आप सूर्य को जल में गुड़ डालकर अर्घ्य दें। बहते हुए पानी में रेवड़ी बहाएं। और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं। सदैव अपने साथ लाल रंग का वस्त्र रखे और घर के बड़ों की सेवा करें।
यदि आपके जीवन में बुध का अशुभ प्रभाव है तो उसको दूर करने के लिए आपको बकरी दान करनी चाहिए। इसके साथ ही रात को मूंग भिगोकर सुबह जानवर को खिलाएं लेकिन आप साबुत मूंग की दाल का सेवन न करें। आपको शुद्ध शाकाहारी होना चाहिए। साथ ही गले में तांबे का सिक्का पहनने से भी बुध अनुकूल होता है।
गुरु गृह के खराब होने पर आप केसर का तिलक लगाएं,सोने की चेन पहनें। साथ ही पीले कपड़े में चने की दाल बांधकर विष्णु मंदिर में लोगों को दान करें। और रोज मंदिर की सफाई करें।
अगर आपका शुक्र ग्रह अच्छा नहीं है तो आपको गाय और माता की सेवा करनी चाहिए। साथ ही सफेद पत्थर पर सफाई करके उसपर चंदन घिसें और उसे पानी में बहा दें। ऐसे में गुड़ खाना अच्छा नहीं मन जाता है। अपने चरित्र पर ध्यान दे।और किसी भी स्त्री का अपमान न करें।
सामान्यतः ये कहा जाता है की शनि के दुष्प्रभाव बहुत ही घातक होते है और ऐसे दोष का निवारण जल्द करना चाहिए। इसके लिए आप बंदर पाल सकते हैं साथ ही बरगद के पेड़ की जड़ को दूध से सींचकर उस मिट्टी से तिलक करना लाभकारी होता है। और शनिवार को कम से कम 10 अंधे लोगों को भोजन कराएं।
राहू दोष के प्रभाव को कम करने के लिए चांदी की ठोस गोली को सदैव अपने पास रखें। अपनी माता पिता से झगड़ा या बहस-विवाद न करें। अपने रसोई में बैठकर भोजन करे और अपनी आय से कुछ पैसे निकलकर बहन पर खर्च करें।
अगर आपको केतु का अशुभ प्रभाव पड़ रहा है तो आप कन्याओं की सेवा करें। केसर और चन्दन आदि का तिलक लगाएं । अपना चरित्र ठीक रखें। और लगातार 4 दिन सात केले पानी में बहाएं। साथ ही काले और सफेद तिल को जल में प्रवाहित करें।