अधिक मात्रा में गेहूं का आटा खाने से वजन बढ़ना, रक्त शर्करा असंतुलन, उच्च कार्बोहाइड्रेट और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ लोगों में गेहूं में पाए जाने वाले प्रोटीन ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता या एलर्जी होती है। आज हम आपको आटे के कुछ हेल्दी विकल्पों के बारे में बताएंगे
आज के समय में मोटापा एक बड़ी समस्या है। इसलिए अपनी डाइट प्लान करते समय आवश्यक है गेहूं की रोटी की जगह दूसरे आटे की रोटियों को शामिल करना। जिसमें बेसन, मक्का, बाजरा, रागी आदि आते हैं।
मोटे अनाज जैसे बाजरा, क्विनोआ का आटा, रागी का आटा, ओट का आटा, साथ ही कोकोनट आदि का आटा आप वेट लॉस के लिए खा सकते हैं। ये न सिर्फ वेट मैनेज करने के लिए अच्छे हैं बल्कि यदि आप डायबिटिक है तो भी आपके लिए काफी लाभप्रद हैं।
अगर आप भी मोटापे और डयबिटीज से परेशान हैं तो इन 6 हेल्दी आटे की रोटी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
चने में मौजूद ग्लाइसेमिक इंडेक्स की कम मात्रा शरीर में कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया को तेज करता है। ऐसे में गेहूं में आप बेसन का आटा मिक्स करके रोटी बना सकते हैं। यह शुगर के मरीजों के लिए भी रोटी का अच्छा ऑप्शन है।
सोया की एक रोटी ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसमें संतृप्त (saturated) वसा कम होती है, जो इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा बनाती है।
क्या अपने रोटी बनाने के लिए नारियल के आटे का इस्तेमाल किया है? यह काफी फायदेमंद होता है। वजन काम करने में मदद के साथ ही यह ब्लड शुगर कम करने में भी मददगार होता है।
जौ की रोटी हमारे लिए काफी फायदेमंद होती है। यह पाचन स्वास्थ्य बढ़ाता है, हृदय के लिए फायदेमंद, हाई बीपी के मरीजों के लिए रामबाड़, वजन कम करने में सहायक होता है।
रागी की रोटी हमारे पाचन तंत्र मजबूत बनाती है, इससे वजन नियंत्रित रहता है, हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही यह कई बीमारियों के लिए लाभप्रद है।
इस आटे में रागी, ओट्स, मक्के का आटा, चना दाल, सोयाबीन, बाजरा, ज्वार, बार्ली, गेहूं आदि अनाज को एक साथ मिक्स करके पिसा सकते हैं। यह पाचन तंत्र के लिए तो अच्छा होता ही है साथ ही काफी हेल्दी होता है।