क्या होता है निमोनिया, छोटे बच्चों में निमोनिया के क्या लक्षण होते हैं? |  What Is The Main Cause Of Pneumonia

निमोनिया में क्या क्या दिक्कत होती है? | Childhood Pneumonia Causes

What Is The Main Cause Of Pneumonia

Nimoniya Ke Lakshan In Hindi

What Is The Biggest Symptom Of Pneumonia?

What Is The Main Cause Of Pneumonia?

Health News In Hindi: सर्दियों में अधिकतर बच्चे और बुजुर्गों बड़ी संख्या में निमोनिया की चपेट में आ जाते हैं। यह एक ऐसा संक्रमण है जो प्रत्यक्ष रूप से फेफड़ों की सेहत को प्रभावित करता है। वो लोग जिनका इम्यून सिस्टम वीक होता है, आसानी से इसकी चपेट में आ जाते हैं। जिस कारण उन्हें खांसी, जुखाम, बुखार और छाती में बलगम जमने की समस्या होने लगती है। हमारे फेफड़ों का कार्य ऑक्सीजन को इनहेल करके कार्बनडाइऑक्साइड को बाहर निकालना है। क्योंकि निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है जोकि बैक्टेरिया या वायरस के कारण होता है। इस संक्रमण में फेफड़ों में सूजन आ जाती है। फेफड़ों में मौजूद हवा की थैलियां यानी जिसके द्वारा हम इन्हेल-एक्सहेल करते हैं, उसमें तरल पदार्थ यानी की कफ या बलगम भरने लगता है। जिस कारण इस संक्रमण की चपेट में आये मरीज में खासी और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। 

What Is The Biggest Symptom Of Pneumonia?

जानलेवा बिमारी है निमोनिया 

आमतौर पर निमोनिया सर्दी या फ्लू से शुरू होता है लेकिन ये आपके फेफड़ों में बैक्टीरिया को पहुंचने में मदद करता है। निमोनिया के नवजात बच्चों, छोटे बच्चों और बुजुर्गों में होने की संभावना ज्यादा होती है। कुछ लोगों में निमोनिया के लक्षण गंभीर नहीं होते हैं लेकिन बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह एक खतरनाक बिमारी बन सकती है। निमोनिया, जिसे अक्सर "साइलेंट किलर" कहा जाता है और ये दुनिया भर में बच्चों की मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। times of india की रिपोर्ट के अनुसार यदि हम पूरे विश्व में निमोनिया के आकड़ों की बात करें तो इसमें भारत की हिस्सेदारी 23% की है और निमोनिया से होने वाली मौतों में मृत्यु दर 14 से 30% तक है। 

Nimoniya Ke Lakshan In Hindi

निमोनिया के लक्षण

  • छाती में दर्द:  खासकर जब आप सांस लेते हैं या खांसते हैं और ऐसे में अगर आपकी सीने या छाती में दर्द होता है तो यह निमोनिया का लक्षण हो सकता है। 
  • कफ या बलगम:  अगर आपको कफ पैदा करने वाली खांसी है। साथ ही बलगम पीले, हरे या खून के रंग जैसा है।
  • अत्यधिक थकान: आपको सर्दी के साथ में सुस्ती महसूस हो रही है।
  • भूख में कमी: अगर आपको बुखार है, सर्दी है और भूख में कमी है। 
  • बुखार: ठंड के साथ में बुखार आना। 
  • जी मचलाना और उल्टी: सर्दी के कारण जी मितलाना या बार-बार उल्टी आना। 
  • दस्त: पतला और बदबूदार दस्त  होना और बार-बार जाने की जरुरत पड़ना। 
  • सांस लेने में दिक्कत: यदि जुखाम इतना ज्यादा है कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है और आपको सीने में भारीपन लग रहा है तो यह निमोनिया का एक लक्षण हो सकता है।

निमोनिया के लक्षण 

इनके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों में निमोनिया के कुछ अन्य लक्षणों भी सामने आ सकते हैं। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे में तेज सांसें, घरघराहट सीने से खड़खड़ाहट की आवाज़, शिशुओं में उल्टी, ऊर्जा की कमी, पीने या खाने में कठिनाई जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। ऐसे में बच्चों को तुरंत मेडिकल उपचार की जरुरत होती है, इसके लिए कई बार उन्हें डॉक्टर द्वारा एडमिट भी किया जा सकता है। निमोनिया के बचाव की अगर बात की जाए तो सबसे अच्छा तरीका है टीकाकरण। जिसके लिए आपको अपने करीबी डॉक्टर से मिलकर उनसे सलाह लेनी चाहिए। 

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