हमारे स्वास्थ्य के लिए क्यों जरुरी है नींद? यदि आप भी हैं अनिंद्रा से परेशान तो सोने से पहले अपनाये ये उपाय | Why Is Sleep Important | How To Improve Sleeping Disorder In hindi 

ऐसी कौन सी बीमारी है जिससे नींद नहीं आती है? Sleeping Disorder In Hindi

Why Is Sleep Important

कौन सी बीमारी के कारण रात को नींद नहीं आती?

एक स्वस्थ व्यक्ति को कितना सोना चाहिए?

अगर रात को नींद ना आए तो क्या करना चाहिए

आज की भागदौड़ भरे जीवन और ख़राब लाइफस्टाइल में नींद न आना एक आम समस्या है। हम में से ऐसे बहुत से लोग है जो अनिंद्रा यानी रात में नींद न आने की समस्या से झूझ रहे हैं। बिस्तर पर समय से लेट जाने के बाद भी कई घंटे नींद नहीं आती, रात में करवटे बदलते रहते हैं या बार बार नींद खुल जाती है यानी अधूरी नींद आती है। अगर आप भी इस तरह की समस्या से परेशान हैं तो यह एक संकेत है कि आपको आपके मानसिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की जरुरत है। 

What are the most common causes of sleep problems

What are the most common causes of sleep problems नींद न आने का क्या कारण है

रिसर्च के अनुसार रात में नींद न आने के पीछे सबसे आम वजह तनाव होती है। तनाव होने पर हमारे शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है जोकि एक स्ट्रेस हार्मोन है। कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने से शरीर आराम की स्थिति में नहीं रह पाता और ये ब्रेन को एक्टिव रहता है। तनाव या बुरे खयाल लोगों को अकसर रात में लेटने के बाद ही आते हैं। इस समय दिमाग दिनभर की चीजों को सोचता है जिससे तनाव बढ़ जाता है और नींद आना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा कई ऐसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होती हैं जिनमें रात में नींद आना मुश्किल हो जाता है जैसे - मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, फेफड़े संबंधी रोग आदि। जब हमारी जीवनशैली में अचानक बदलाव होता है तो भी नींद नहीं आती। वर्तमान समय की अगर हम बात करें तो नींद न आने का एक कारण मोबाइल भी है। हम में से बहुत लोग हैं जो सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं जिस कारण सोने का समय निर्धारित नहीं हो पाता। मोबाइल से निकलने वाली लाइट हमारे दिमाग को देर तक जगाये रखती है। विटामिन बी-6 की कमी भी नींद न आने का कारण हो सकती है। मेलाटोनिन और सेराटोनिन नामक हार्मोन की कमी हमें गहरी नींद नहीं आने देती है। इस हार्मोन को बढ़ाने के लिए हमें विटामिन बी6 की जरूरत होती है और अगर ये ही हमारे शरीर में कम होगा, तो जाहिर है कि नींद नहीं आएगी। 

नींद न आने का क्या कारण है

Why is sleep important for mental health and wellbeing नींद क्यों जरुरी है

नींद का ना आना कई तरह की बिमारियों को न्योता दे सकता है। इसका हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। जब हम सो जाते हैं तो हमारा शरीर खुद को रिचार्ज करने का काम करता है। दिनभर की थकान और अगले दिन के कामों के लिए नींद शरीर को ऊर्जा प्रदान करने का काम करती है। चोट या अन्य कारणों से कोशिकाओं में हुई टूटफूट की मरम्मत करने का काम भी रात में सोने के बाद ही शरीर करता है। वहीं हमारा दिमाग दिन भर की जानकारियों को संरक्षित या सूचीबद्ध करने का काम करता है। यही कारण है जब हमे नींद नहीं आती या नींद न आने की समस्या होती है तो यार्दाश्त कमजोर होने लगती है और जब हम बीमार होते हैं तो आराम करने का मन करता है क्योंकि आराम की स्थिति में बस हम सोते हैं शरीर खुद की मरम्मत का काम कर रहा होता है। 

Why is sleep important for mental health and wellbeing

How much sleep do we need कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए

अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद आना बहुत जरुरी है जिसके लिए आमतौर पर एक वयस्क को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है। कम नींद लेने से डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट डिजीज, मोटापा और डिप्रेशन जैसी कई बिमारियों को आप न्योता दे सकते हैं। नींद आने के साथ ही इसकी क्वालिटी का भी स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। प्रत्येक आयु वर्ग के लोगों को अलग-अलग घंटों की नींद की आवश्यकता होती है। जिसमें नवजात बच्चों को 12 से 17 घंटे वहीं बच्चों को 12 से 14 घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है। टीनएज बच्चों को 8 से 10 घण्टे की नींद लेनी चाहिए, 20 से 40 साल तक के आयु वर्ग के लोगों को 7 से 9 घण्टे की नींद लेनी चाहिए और इसके ऊपर के आयु वर्ग के लोगों को 8 घण्टे की नींद लेने की सलाह दी जाती है।

How can I solve my sleep problems? नींद न आने पर क्या करें

  • सबसे पहले अपने सोने और जागने का समय निर्धारित करें। 
  • नियमित व्यायाम एवं योग करें और सोने से पहले थोड़ी देर ध्यान करें यह सोने में मदद करता है। 
  • अपने पैरों को अच्छे से धो कर तलवे पर गुनगुने तेल की मालिश करें। 
  • कैफीन वाली चीजों जैसे कॉफी, सिगरेट और शराब आदि का सेवन कम मात्रा करें और सोने के कुछ घंटे पहले तो बिलकुल भी न लें। इसकी जगह पर आप हल्दी वाला दूध या खाली दूध भी ले सकते हैं। 
  • देर रात भारी खाना खाने से बचे, कोशिश करें कि सोने से 2 से 3 घंटे पहले ही खाना खा लें। 
  • रात में नींद न आने का एक मुख्य कारण तनाव होता है। ऐसे में यदि नींद नहीं आती तो लेटे रहने की जगह उठ कर कुछ ऐसा काम करें जिसमें आपकी रूचि है या फिर किताब भी पढ़ सकते हैं, इससे तनाव कम होगा और नींद में मदद मिलेगी। 
  • सोते समय अपने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर करके कहीं दूर रखें। 
  • अपनी टीवी एवं मोबाइल के स्क्रीन टाइम को कम करने की कोशिश करें। 

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