सावन मास में जाने किस राशि की चमकेगी किस्मत

शिव चालीसा के माध्यम से अपने सारे दुखों को भूला कर भोलेनाथ की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

डेस्क-सावन महीने में पर्व पर अलग-अलग राशि के लोगों के लिए विशेष पूजा के प्रकार का प्रावधान है। भगवान शिव यूं तो मात्र जल और बिल्वपत्र से प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन उनका पूजन अगर अपनी राशि के अनुसार किया जाए तो जल्द ही फल की प्राप्ति होती है।

शंकर जी को बिल्वपत्र, भांग, अर्क पुष्प, धतूरे के फुल -फल भी चढ़ाए जाते हैं। अगर कोई वस्तु कम हो, उस वस्तु की जगह अक्षत का प्रयोग करते हैं |

जाने किन मंत्रो करे जाप से

शिव पंचाक्षरी मंत्र- नम: शिवाय।

मृत्युंजय मंत्र- ॐ जूं स:।

महामृत्युंजय मंत्र-
ॐ त्र्यम्बकम् यजामहे, सुगन्धिं पुष्टि वर्धनम्।
उर्वारु‍कमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।

इन मंत्रों से का जाप तथा उसी से पूजन करें तथा लाभ प्राप्त कर सकते है |

सावन मास मास में जाने राशि के अनुसार मन्त्र

मेष-रक्तपुष्प से पूजन करें तथा अभिषेक शहद से करें।

उपाय -'ॐ नम: शिवाय' का जप करें।

वृषभ- श्वेत पुष्प तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें।
उपाय महामृत्युंजय का मंत्र जपें।

मिथुन- अर्क, धतूरा तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें।
उपाय शिव चालीसा पढ़ें।

कर्क- श्वेत कमल, पुष्प तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें।
उपाय शिवाष्टक पढ़ें।

सिंह- रक्त पुष्प तथा पंचामृत से पूजन-अभिषेक करें।
उपाय शिव महिम्न स्त्रोत पढ़ें।

कन्या- हरित पुष्प, भांग तथा सुगंधित तेल से पूजन-अभिषेक करें।
उपाय शिव पुराण में वर्णित कथा का वाचन करें।

तुला- श्वेत पुष्प तथा दुग्ध धारा से पूजन-‍अभिषेक करें।
उपाय महाकाल सहस्त्रनाम पढ़ें।

वृश्चिक- रक्त पुष्प तथा सरसों तेल से पूजन-‍अभिषेक करें।
उपाय शिव जी के 108 नामों का स्मरण करें।

धनु- पीले पुष्प तथा सरसों तेल से पूजन-‍अभिषेक करें।
उपाय 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण करें।

मकर- नीले-काले पुष्प तथा गंगाजल से पूजन-‍अभिषेक करें।
उपाय शिव पंचाक्षर मंत्र का जप करें।
शिव पंचाक्षरी मंत्र- नम: शिवाय।


कुंभ- जामुनिया-नीले पुष्प तथा जल से पूजन-‍अभिषेक करें।

उपाय शिव षडाक्षर मंत्र का 11 बार स्मरण करें।
शिव षडाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय।

मीन- पीले पुष्प तथा मीठे जल से पूजन-‍अभिषेक करें।

उपाय रावण रचित शिव तांडव का पाठ करें।

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