Healthtips : उबली हुई चायपत्ती को कचरा समझकर मत फेकें जाने क्या है इसके फायदे

Healthtips : उबली हुई चायपत्ती को कचरा समझकर मत फेकें जाने क्या है इसके फायदे

चायपत्ती में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। चोट या किसी जख्म पर चायपत्ती का लेप लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।

डेस्क-हर घर में एक दिन में चार से पांच बार चाय बनती हैं और सभी लोगो चाय बनने के बाद चायपत्ती को कूड़ा में फेंक देते हैं लेकिन अगर हम आपसे कहें कि पकने के बाद भी चायपत्ती आपके बहुत सारे काम आ सकती हैं|

चलिए आज आपको बताते हैं कि चाय बनाने के बाद बची हुई चायपत्ती से आप क्या क्या कर सकते हैं

घाव जल्दी भर जाता है

  • चायपत्ती में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। चोट या किसी जख्म पर चायपत्ती का लेप लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
  • उबली हुई चायपत्ती को अच्छी तरह धो लें और इसे पीसकर चोट पर लगाने से घाव जल्दी भर जाएगा।

Valentine day Week Special:क्या आप जानते है कि ROSE DAY के दिन दी गई गुलाब के फूलों कि संख्या भी रखती है मायने

बाल चमकदार और मुलायम हो जाते है

  • बची हुई चायपत्ती का प्रयोग बालों को चमकदार सिल्की और शाइनिंग लाने के लिए भी कर सकते हैं।
  • ये बालो के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होती है।
  • चायपत्ती का पानी प्राकृतिक कंडिशनर का काम करता है।
  • चाय पकाने के बाद जो पत्ती बच जाती है।
  • उस पत्ती को धो कर फिर उसे दुबारा से गर्म पानी में उबाल लें।
  • फिर इसको छान लें और पानी को बिलकुल ठंडा करने के बाद इस पानी को मेंहदी में आंवला मिलाकर लगाने से बालो को काफी फायदा मिलता है।
  • इससे बाल चमकदार और मुलायम हो जाते है|


दांत दर्द में फायदेमंद

  • चायपत्ती/ टी-बैग को गुनगुने पानी में निचोड़ लें। इस पानी का कुल्ला करने से दांत दर्द में राहत मिलती है।

मक्खिया नही आएगी

  • मक्खियों ने यदि परेशान कर दिया है तो आप उबली चाय पत्ती को धो ले फिर उसे किसी कपडे में बांध कर उस जगह पर रगड़ दें जहां पर मक्खियां बैठी हो।
  • ऐसा करने से दोबारा उस जगह पर मक्खिया नही आएगी।

घी और तेल की स्मेल भी खत्म हो जाती है

  • चाय बनाने के बाद बची हुई पत्ती को यदि दुबारा उबाल कर घी और तेल के चिकनाई वाले बर्तन साफ किये जाये तो वह जल्दी साफ भी हो जाते है।
  • और उनमे चमक भी आजाती है,घी और तेल की स्मेल भी खत्म हो जाती है ।

पौधों में करे इस्तेमाल

  • ये सब करने के बाद भी जो चायपत्ती बच जाती हैं।
  • वह खाद के काम आती है गमले में पौधों को समय-समय पर खाद की जरूरत होती है।
  • ऐसे में आप बची हुई चायपत्ती को साफ कर लें और गमले में डाल दें। इससे पौधे स्वस्थ रहेंगे।

Basant Panchami 2019 :बसंत पंचमी को माँ सररस्वती से विद्या और बुद्धि पाने के लिए करें ये उपाय

Share this story