(संशोधित) ग्वालियर: डबरा उप जेल में बंदी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

 


-हत्या के प्रकरण में काट रहा था सजा

ग्वालियर, 09 सितम्बर (हि.स.)। डबरा उप जेल में हत्या के प्रकरण में सजा काट रहे बंदी ने गुरुवार तड़के शौचालय की खिड़की से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। प्रहरी की नजर पडऩे पर फांसी का पता चला। बंदी के फांसी लगाने का पता चलते ही वरिष्ठ अधिकारी और फोरेसिंक विशेषज्ञ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। बंदी ने फांसी क्यों लगाई फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस ने मर्ग कायम कर आत्महत्या के कारणों की विवेचना प्रारंभ कर दी है।

पुलिस के अनुसार, पिछोर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम छपरा निवासी कमल (50) पुत्र सावरिया शाक्य इन दिनों डबरा उप जेल में सजा काट रहा था। कमल ने पूर्व सरपंच विजय जाटव की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी थी जिसके चलते वह इन दिनों जेल में विचारधीन बंदी था। हर रोज की तरह बीते कल भी शाम के समय कमल ने खाना खाया और अपने साथियों के साथ बैरक में सोने चला गया। गुरुवार की सुबह साढ़े चार बजे के करीब जेल प्रहरी नरेश बैरक में गश्त करते हुए पहुंचा। प्रहरी की नजर एक बिस्तर पर पड़ी जिस पर बंदी नहीं था। बैरक में बने शौचालय में प्रहरी गया तो वहां खिड़की पर कमल का शव फांसी पर लटक रहा था। हत्या के आरोपित के फंदे पर लटकने का पता चलते ही तत्काल अधिकारियों को सूचना दी गई।

बताया गया है कि कमल ने पायजामा के नाड़़े से फंदा बनाया और गले में डाला था। जेल अधिकारी मौके पर पहुंंचे। फोरेसिंक विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश भार्गव ने भी बैरक का बारीकी से निरीक्षण किया। कमल ने फांसी लगाने के लिए अपने पायजामे के नाड़े का इस्तेमाल किया था। अचानक आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है। पुलिस ने आत्महत्या के कारणों की विवेचना प्रारंभ कर दी है।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद