क्या आपको हनुमान चालीसा पाठ का नही मिल रहा है लाभ ? तो इस तरह से करें पाठ 

 

हनुमान चालीसा पाठ के फायदे 

हनुमान चालीसा का पाठ लगातर करते रहने से भी अगर आपको इसका लाभ नही मिल रहा है तो इसका साफ मतलब है कि कहीं न कहीं आपके पाठ करने के तरीके में कमी है अगर तरीके मे सुधार करके विधिविधान से हनुमान जी की पूजा की जाए तो ऐसा कोई संकट नही और ऐसी कोई मनोकामना नही है जो पूरी न हो ।

हनुमान जी कलियुग में धरती पर एकमात्र जीवित  देवता माने जाते हैं और अपने भक्तों पर आई किसी तरह की कोई भी विपदा हर लेते हैं संकट दूर करते हैं ।


हनुमान चालीसा पाठ का तरीका

हनुमान चालीसा पाठ करने का सबसे सही तरीका यह है कि अपने पूजा स्थान पर राम।दरबार की फ़ोटो लगाए और हनुमान जी की अगर अलग से कोई मूर्ति लगा रहे हैं या कोई भी चित्र स्थापित कर रहे हैं तो अपने मनोकामना को पूरा करने के लिए उसी से संबंधित चित्र लगाए या मूर्ति लगाये ।
हनुमान जी के सामने घी का दिया जलाए और सुगंधित धूप बत्ती जलाएं यह ध्यान रहे अगरबत्ती बिल्कुल भी न जलाएं हिन्दू धर्म मे शुभ काम मे बांस का जलाया जाना वर्जित है । अगरबत्ती में बांस होता है इससे negativ energy फैलती है ।


हनुमान जी को चमेली के तेल और सिंदूर का टीका लगाएं और अगर मिट्टी की मूर्ति हैं तो चोला चढ़ाएं । 
हनुमान चालीसा पाठ से पहले प्रभु श्री राम का ध्यान करें और 

नीलाम्बुजस्यामल कोमलांगम्
              सीता समारौ पितवामभागम्।
पाणौमहाशायक    चारुचापम्
नमामि        रामं           रघुवंशनाथम्।।
मंत्र का पाठ करें जो प्रभु श्री राम की आराधना के लिए है । अगर यह न कर सकें तो एक माला केवल राम राम नाम का जाप ही कर लें। भगवान राम को याद करने से हनुमान जी खुश होते हैं । 

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हनुमान चालीसा का जाप करने से क्या होता है ?

हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी मनवांछित लाभ मिलते हैं । हनुमान जी बल बुद्धि विद्या के देवता हैं । पाठ करने से आत्मबल बढ़ता है जिससे कॉन्फिडेंस बढ़ता है और शक्ति मिलती है जिससे बड़े से बड़ा कष्ट दूर हो जाता है ।
हनुमान चालीसा का पाठ जो रोज करता है उसको मानसिक शांति मिलती है ।अगर कोई बीमारी है तो वह दूर होती है । हनुमान चालीसा में बल बुद्धि विद्या देहु हरहु क्लेश विकार आता है जिससे आरोग्य मिलता है । तनाव से मुक्ति मिलती है । यह प्रयोग किया जा चुका है जिन विद्यार्थियों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है और जिन्हें यह याद हो जाता है उनकी मेमोरी भी शार्प हो जाती है ।


हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले हनुमान जी का ध्यान करें और चालीसा यह कहते हुए पढ़ें जैसे कि आप हनुमान जी को सुना रहे हैं । यह याद रखें जब तक कि हनुमान जी जब तक आपके ध्यान में नही रहते हैं जिसके मतलब आपकी प्रार्थना मंजूर नही हो रही है ।