At what point does the soul leaves the body? सोने के बाद आत्मा कहा चली जाती है जानिए 

At what point does the soul leave the body? Know where the soul goes after sleeping
 
सोने के बाद आत्मा कहा जाती है, यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका कोई निश्चित उत्तर नहीं है। विभिन्न धर्मों और दर्शनों में इस विषय पर अलग-अलग मान्यताएं हैं। हिंदू धर्म में यह माना जाता है कि सोते समय आत्मा शरीर से बाहर निकल जाती है और स्वर्ग, नर्क या किसी अन्य लोक की यात्रा करती है। आत्मा के स्वभाव और उसके द्वारा किए गए कर्मों के आधार पर यह किसी शुभ या अशुभ लोक में जाती है।

आत्मा कहा जाती है हर धर्मं का अलग अलग मानना है 

बौद्ध धर्म में यह माना जाता है कि सोते समय आत्मा शरीर के भीतर ही रहती है लेकिन चेतना की स्थिति बदल जाती है। आत्मा किसी सपने की दुनिया में प्रवेश करती है, जो उसके मन के विचारों और भावनाओं को दर्शाता है। ईसाई धर्म में, यह माना जाता है कि सोते समय आत्मा शरीर के भीतर ही रहती है, लेकिन यह एक आध्यात्मिक दुनिया में प्रवेश करती है। आत्मा परमेश्वर के साथ संवाद करती है और अपने जीवन के अर्थ के बारे में सोचती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, सोते समय आत्मा शरीर से बाहर नहीं निकलती है। बल्कि, शरीर की सभी गतिविधियां धीमी पड़ जाती हैं, जिससे व्यक्ति को नींद आती है। इस दौरान, मस्तिष्क सपने देखने लगता है, जो कि चेतना की एक अवस्था है।  सोने के बाद आत्मा कहा जाती है,यह एक व्यक्ति की व्यक्तिगत मान्यताओं पर निर्भर करता है।

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What work does the soul do in the body? आत्मा शरीर में क्या काम करती है?

आत्मा ही हमें जागरूक बनाती है और हमें अपने आसपास की दुनिया को महसूस करने और समझने की क्षमता देती है।आत्मा ही हमारी बुद्धि और सोचने की क्षमता का स्रोत है। यह हमें निर्णय लेने, समस्याओं को हल करने और अपने जीवन को जीने का अर्थ खोजने में मदद करती है। आत्मा ही हमारी भावनाओं का स्रोत है। यह हमें खुशी, दुख, क्रोध, प्रेम और अन्य भावनाओं को महसूस करने में सक्षम बनाती हैआत्मा ही हमें अपने बारे में जागरूक बनाती है। यह हमें अपने विचारों, भावनाओं, इच्छाओं और लक्ष्यों को समझने में मदद करती है आत्मा शरीर के साथ एक अविभाज्य संबंध रखती है। शरीर के बिना आत्मा अधूरी है, और आत्मा के बिना शरीर केवल एक मृत शरीर  है।