RCB क्रिकेटर यश दयाल पर युवती ने लगाए गंभीर आरोप, पुलिस ने दर्ज किया केस
मुख्यमंत्री पोर्टल से शुरू हुई शिकायत की प्रक्रिया
21 जून को पीड़िता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बावजूद जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से अपनी बात सार्वजनिक की। सोशल मीडिया पर मामला उठाए जाने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई और 24 जून को इस मामले में संज्ञान लिया।
इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के साथ दिए बयान
27 जून को युवती ने पुलिस को बयान दर्ज कराते हुए यश दयाल के खिलाफ सोशल मीडिया चैट्स, कॉल रिकॉर्डिंग, वीडियो कॉल के स्क्रीनशॉट और अन्य डिजिटल सबूत भी सौंपे। इसके आधार पर 28 जून को यश को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया, लेकिन वे तीन दिन की समयसीमा में उपस्थित नहीं हुए।
पांच साल पुराना रिश्ता, ढाई साल में कई संबंध!
पीड़िता के अनुसार, उसकी यश दयाल से पहली मुलाकात वर्ष 2020 के अंत में प्रयागराज में हुई थी। शुरुआत सोशल मीडिया से हुई दोस्ती बाद में एक गहरे रिश्ते में बदल गई। युवती का दावा है कि वह यश के घर भी कई बार गई थी और उनका परिवार भी रिश्ते को लेकर सकारात्मक था। 2022 में वह आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस का हिस्सा थे और फाइनल के दौरान पीड़िता उनके परिवार के साथ स्टेडियम में मौजूद थी।
हालांकि, बाद के वर्षों में यश के कई अन्य लड़कियों से संबंध सामने आए, जिससे यह रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच गया।
BNS की धारा 69 के तहत दर्ज हुआ केस
पुलिस ने इस मामले में BNS धारा 69 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है, जो शादी या नौकरी का झूठा वादा कर यौन संबंध बनाने को गंभीर अपराध मानता है। यदि यह अपराध अदालत में सिद्ध होता है तो आरोपी को अधिकतम 10 वर्ष की सजा और जुर्माना हो सकता है।
“मैंने न्याय भगवान पर छोड़ दिया है” – पीड़िता
युवती ने अपने बयान में बताया कि इस कठिन समय में उसने खुद को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। उसका कहना है कि उसे उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य पुलिस पर पूरा भरोसा है कि उसे देर-सबेर न्याय अवश्य मिलेगा।

