डिग्री फर्जीवाड़े में पकड़ा गया दूसरा एसएफआई केरल कार्यकर्ता फरार

तिरुवनंतपुरम, 21 जून (आईएएनएस)। राज्य के एक कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर की नौकरी के लिए जाली अनुभव प्रमाण पत्र पेश करते हुए पकड़े गए एसएफआई के एक पूर्व नेता के लापता होने के दो हफ्ते बाद इसी तरह का एक और मामला सामने आया है।
डिग्री फर्जीवाड़े में पकड़ा गया दूसरा एसएफआई केरल कार्यकर्ता फरार
तिरुवनंतपुरम, 21 जून (आईएएनएस)। राज्य के एक कॉलेज में गेस्ट लेक्चरर की नौकरी के लिए जाली अनुभव प्रमाण पत्र पेश करते हुए पकड़े गए एसएफआई के एक पूर्व नेता के लापता होने के दो हफ्ते बाद इसी तरह का एक और मामला सामने आया है।

एक अन्य छात्र नेता पर मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, एसएफआई के दूसरे शीर्ष नेता को बिना बीकॉम पास किए एमकॉम में दाखिला लेने का दोषी पाया गया।

वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ और भाजपा के नेता माकपा नेतृत्व वाले छात्र नेताओं के इस फर्जीवाड़े की आलोचना कर रहे हैं।

मंगलवार को फरार शीर्ष पूर्व एसएफआई कार्यकर्ता के. विद्या ने उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी अग्रिम जमानत को लेकर अर्जी दी। जमानत की अर्जी को अगले सप्ताह तक के लिए अभी सुरक्षित रखा गया है। अर्जी में उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि उनके साथ थोड़ी नरमी रखते हुए फैसला सुनाए।

इसी तरह शीर्ष एसएफआई नेता निखिल थॉमस पर रायपुर के कलिंगा विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री प्रमाण पत्र के आधार पर एमकॉम में प्रवेश लेने के आरोप में मामला दर्ज है। बता दें कि मामला दर्ज होने के बाद वह मंगलवार शाम से लापता है।

दूसरा मामला सामने आने के बाद माकपा के राज्य सचिव एमवी. गोविंदन सहित शीर्ष नेता मीडिया से बचते नजर आए। वहीं, विवि के कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि केवल किसी विशेष छात्र संगठन का सदस्य बनने से आपको कुछ भी करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता।

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को इन मुद्दों पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।

केरल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मोहन कुन्नुममल ने बुधवार को कहा कि वह उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो विश्वविद्यालय के नाम और प्रसिद्धि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं।

इस बीच विजयन सरकार की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी भाकपा के पार्टी मुखपत्र जनयुगम ने उच्च शिक्षा क्षेत्र में हुए कुकृत्यों की निंदा की, और कहा कि वह चाहते हैं कि चीजों को बिना चूके ठीक किया जाए।

कुल मिलाकर केरल में एसएफआई की साख को काफी धक्का लगा है। कथित तौर पर सीपीआई (एम) वर्तमान एसएफआई नेतृत्व के बदलाव पर विचार कर रही है।

--आईएएनएस

एमकेएस/एबीएम

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