Aamir Khan Thanks PM Modi's 'Leadership And Indian Army got trolled : मोदी की तारीफ करना Amir को पड़ गया भारी
Amir Khan's controversial statement

आमिर ने हाल ही में एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने भारतीय सेना और पीएम मोदी की तारीफ की। लेकिन ये तारीफ उनके लिए ट्रोलिंग का सबब बन गई। नेटिजन्स ने कहा, "नींद खुल गई!" आखिर क्या है ये पूरा मामला? क्यों ट्रोल हुए आमिर? और सोशल मीडिया पर ये हंगामा क्यों मचा? चलिए, पूरी कहानी डिटेल में समझते हैं। अगर आपको ये वीडियो पसंद आए, तो लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें। चलो, शुरू करते हैं!
तो , बात शुरू होती है 12 मई 2025 से, जब आमिर खान ने अपने X अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट में उन्होंने भारतीय सेना के "ऑपरेशन सिंदूर" की तारीफ की। ये ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें सेना ने आतंकियों को ढेर किया। आमिर ने अपनी पोस्ट में सेना की बहादुरी को सलाम किया और भारत सरकार के साथ-साथ पीएम मोदी का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि ये ऑपरेशन देश की सुरक्षा के लिए एक मील का पत्थर है।
अब तक तो सब ठीक था। आमिर का ये पोस्ट देखकर उनके फैंस ने तारीफ शुरू कर दी। लेकिन जैसे ही ये पोस्ट वायरल हुई, सोशल मीडिया पर एक दूसरा ही तूफान शुरू हो गया। कुछ यूजर्स ने आमिर को ट्रोल करना शुरू कर दिया। कमेंट्स में लिखा गया, "अरे, नींद खुल गई!", "बॉयकॉट का डर सताने लगा क्या?", और "थोड़ा लेट हो गए दंगल वाले सर!" लेकिन सवाल ये है कि आखिर आमिर को ट्रोल क्यों किया गया? क्या सिर्फ पीएम मोदी का नाम लेना ही वजह थी? चलिए, इसकी जड़ तक जाते हैं।
आमिर खान और विवादों का रिश्ता कोई नया नहीं है। पिछले कुछ सालों में आमिर कई बार अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं। चाहे वो 2015 में intolerance पर उनका बयान हो, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी किरण राव को देश छोड़ने का ख्याल आया था, या फिर उनकी फिल्म "लाल सिंह चड्ढा" का बॉयकॉट ट्रेंड।
लेकिन , क्या ये ट्रोलिंग जायज है? या फिर ये सिर्फ सोशल मीडिया का ओवररिएक्शन है? आइए, दोनों पक्ष देखते हैं।पहले ट्रोल्स का पक्ष। ट्रोल करने वालों का मानना है कि आमिर का पीएम मोदी की तारीफ करना एकदम से यू-टर्न जैसा है। उनका कहना है कि आमिर ने पहले सरकार के खिलाफ बोला, और अब जब उनकी फिल्मों को बॉयकॉट का सामना करना पड़ रहा है, तो वो इमेज सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने तो ये भी कहा कि आमिर का ये पोस्ट सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट है। दूसरी तरफ, आमिर के सपोर्टर्स का कहना है कि इसमें गलत क्या है? एक नागरिक के तौर पर आमिर को अपनी बात रखने का हक है। अगर वो सेना और सरकार की तारीफ कर रहे हैं, तो इसमें बुराई क्या है? तो दोनों पक्षों में तर्क हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या हमें हर बात को ट्रोलिंग का मौका बनाना चाहिए? या फिर किसी के बदलते विचारों को स्वीकार करना चाहिए?
, आमिर खान का ये ट्रोलिंग का मामला सिर्फ एक सेलेब्रिटी की बात नहीं है। ये हमें सोशल मीडिया की उस संस्कृति की ओर ले जाता है, जहां हर बात को मीम्स और ट्रोल्स में बदल दिया जाता है। आज के समय में सेलेब्रिटीज के लिए सोशल मीडिया एक तलवार की धार है। अगर वो कुछ बोलें, तो ट्रोल होंगे। न बोलें, तो भी ट्रोल होंगे। आमिर जैसे स्टार्स के लिए ये ट्रोलिंग उनकी इमेज, उनकी फिल्मों, और उनके फैनबेस पर असर डाल सकती है। लेकिन क्या ये ट्रोलिंग हमें कुछ सिखाती भी है? शायद ये कि सोशल मीडिया पर हर कोई जज है, और हर कोई अपनी राय को सही मानता है।