Abhijeet Bhattacharya on Mahatma Gandhi : अभिजीत भट्टाचार्य ने महात्मा गाँधी को क्यों कहा पाकिस्तान का राष्ट्रपिता 

Abhijeet Bhattacharya Statement on Mahatma Gandhi 
 
Abhijeet Bhattacharya Statement on Mahatma Gandhi
Supriya singh 

Abhijeet Bhattacharya on Mahatma Gandhi : आपने अक्सर सुना होगा कि संगीत के सुर दिलों में एक विशेष जगह रखते हैं, लेकिन क्या कभी ये सुर, समाज के सबसे बड़े नेता के खिलाफ उठे हैं. तो आपका कहना होगा बिलकुल नहीं, लेकिन अगर मैं आपसे कहूं की ये सच है और आज की तारिख में ये सबसे कंट्रोवर्सियल टॉपिक भी है तो यक़ीनन ये आपके लिए ताज्जुब होगा, लेकिन ये पूरी तरह से सच है. अभी हाल ही में सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य ने महात्मा गांधी को लेकर एक ऐसा विवादित बयान दे दिया, जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी। तो चलिए, अब ज्यादा देरी न करते हुए हम भी जानते हैं की आखिर मैटर क्या है. 

अभिजीत भट्टाचार्य का आया कंट्रोवर्सियल बयान 

अभिजीत भट्टाचार्य, बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर, जिनकी आवाज़ ने कई हिट गानों को जन्म दिया। इनका करियर काफी लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है, लेकिन अब ये अपनी पर्सनल ओपिनियन को लेकर भी सुर्खियों में हैं। संगीत की दुनिया में जहां वो एक स्टार हैं, वहीं उनके स्टेटमेंट अब कंट्रोवर्सी में भी घिरने लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अभिजीत ने महात्मा गांधी को लेकर एक बेहद ही कंट्रोवर्सियल स्टेटमेंट दे दिया। प्लेबैक सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य बॉलीवुड के बहुत ही फेमस सिंगर हैं. उन्होंने शाहरुख खान की फिल्मों के लिए खूब हिट गाने गाए. लोग उन्हें सुपरस्टार की आवाज बताने लगे थे. और वो सालों बाद अपने एक विवादित बयान की वजह से लाइमलाइट में आ गए हैं.

पाकिस्तान के राष्ट्रपिता हैं महात्मा गांधी 

सिंगर ने महात्मा गांधी पर बयान देकर बवाल खड़ा कर दिया है, जिन्हें पूरा देश राष्ट्रपिता कहकर संबोधित करता है. और ये तो सभी को पता है की आजाद भारत की नींव रखने में उनका योगदान बहुत बड़ा है. और महात्मा गांधी पर अभिजीत भट्टाचार्य के बयान का लोग बहुत ज्यादा विरोध कर रहे हैं. दरअसल, उन्होंने एक पॉडकास्ट पर शुभंकर मिश्रा से कहा, ‘संगीतकार आरडी बर्मन महात्मा गांधी से भी बड़े थे. महात्मा गांधी जैसे राष्ट्रपिता थे, वैसे ही आरडी बर्मन संगीत की दुनिया में राष्ट्रपिता थे. लेकिन सिंगर यहां भी चुप नहीं रहे. उन्होंने महात्मा गांधी पर तीखा हमला भी किया. सिंगर ने उन्हें पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताते हुए कहा, ‘की महात्मा गांधी पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे, भारत के नहीं. भारत पहले से ही अस्तित्व में था, पाकिस्तान बाद में भारत से अलग होकर बना. और महात्मा गांधी को गलती से भारत का राष्ट्रपिता कहा गया है. वे पाकिस्तान के अस्तित्व के लिए जिम्मेदार थे. 

शाहरुख और सलमान पर भी किया कमेंट 

पर शायद उन्हें महात्मा गाँधी पर बयानबाज़ी से मन नहीं भरा, इसलिए उन्होंने इंटरव्यू में  शाहरुख और सलमान को लेकर भी बयान दे डाला. इन्होंने कहा कि 'शाहरुख को तो बॉलीवुड वाले खुद हकला कहते थे और आज भी. इसके साथ ही सलमान खान पर भी सिंगर खूब बरसे. जिसमे उन्होंने कहा कि 'सलमान खान का तो करियर दुआओं पर चल रहा है. वो अभी भी वहां पर नहीं आता, जहां मैं उसके बारे में चर्चा करूं. आप टॉपिक चेंज कर दीजिए.' इसके बाद शुभांकर ने कहा कि आपने तो उनके लिए बहुत गाने गाए हैं. तो इस पर अभिजीत ने कहा कि 'मुझे नहीं पता होता कि मैं किसके लिए गा रहा हूं. बस शाहरुख खान का होता था तो मैं तैयारी करके जाता था.

abhijeet bhattacharya comment on shahrukh khan

तो इस तरह से उन्होंने महात्मा गाँधी को ही नहीं बल्कि बल्कि बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपर्स्टास को भी धो डाला। जिसके बाद से बॉलीवुड वालों से लेकर पॉलिटिशियन्स तक, हर जगह माहौल गर्म है. और एकदम से लाइमलाइट से दूर हुए अभिजीत भट्टाचार्य फिर से सबकी जुबान पर है. आपको बता दें की आरडी बर्मन ने अभिजीत भट्टाचार्य को  एक बंगाली फिल्म से लॉन्च किया था, जिसमें उन्हें आशा भोंसले के साथ गाने का मौका मिला था. उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दौर में आरडी बर्मन के साथ एक सिंगर के रूप में स्टेज शो किया था. 

इतने सेलेब्स के लिए गाये गाने 

इसके साथ ही उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती, विजय आनंद, आमिर खान, शाहरुख खान, सलमान खान, सैफ अली खान, सनी देओल, संजय दत्त, गोविंदा, अक्षय खन्ना, अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, अजय देवगन, ऋतिक रोशन जैसे बॉलीवुड स्टार्स के लिए गाने गाए हैं. वहीँ सिंगर ने ‘वादा रहा सनम’, ‘खुद को क्या समझती है’, ‘क्या खबर थी जाना’ जैसे पॉपुलर गाने गाए हैं. उन्होंने 90 के दशक में कई बड़े और हिट सांग इस इंडस्ट्री को दिए. तो अब अभिजीत भट्टाचार्य के स्टेटमेंट ने डेफिनेटली अब एक कंट्रोवर्सी पैदा कर दी है.

क्या है आपकी राय?

लेकिन ये हम सभी को सोचने पर मजबूर करता है कि हम गांधी जी के योगदान को किस नजरिये से देखते हैं। क्या हम महात्मा गांधी को केवल इतिहास की किताबों में याद रखें या उनके सिद्धांतों को आज की दुनिया में भी Relevant बनाएं। और इस कंट्रोवर्सी से एक बात तो साफ है कि महात्मा गांधी पर बहस कभी खत्म नहीं होगी, और ये बहस हमें अपनी सोच को और भी extensive बनाने का मौका देती है। वैसे आपका क्या ख्याल है? क्या अभिजीत का बयान वाजिब था, या ये सिर्फ एक Misleading थॉट था. अपनी राय हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करियेगा.

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