Abhishek Bachchan believes parents shouldn't be "friends" with their children :parents नहीं बन सकते है बच्चों के दोस्त

Abhishek Bachchan's upcoming film Be Happy

 
Abhishek Bachchan's upcoming film Be Happy

What is Abhishek Bachchan doing now?

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आज हम एक खास मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं, जो बॉलीवुड के जाने-माने actor , अभिषेक बच्चन से जुड़ा हुआ है। अभिषेक बच्चन की फिल्म 'बी हैप्पी' 14 मार्च के दिन ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है। ऐसे में अभिषेक इस फिल्म का जमकर प्रमोशन कर रहे हैं। प्रमोशंस के दौरान अभिषेक ने पैरेंट्स और बच्चे के रिलेशनशिप पर बात की। अभिषेक ने कहा कि मां-बाप कभी भी बच्चों के दोस्त नहीं बन सकते हैं।हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कुछ बहुत important बातें कहीं, जो हर एक पेरेंट के लिए एक गहरी सोच का topic हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं अभिषेक बच्चन का क्या कहना है कि क्यों माँ-बाप कभी बच्चों के दोस्त नहीं बन सकते?*"देखिए, हर एक रिश्ते की अपनी अहमियत होती है। हम माँ-बाप हैं, तो हमारी ज़िम्मेदारी अपने बच्चों की परवरिश करना, उन्हें सही राह दिखाना है। दोस्ती का एक अपना level होता है। हम बच्चों के साथ प्यार भरा रिश्ता रख सकते हैं, लेकिन हमें ये समझना होगा कि हम हमेशा उनके 'दोस्त' नहीं हो सकते।"जब हम बच्चे होते हैं, तो हमारे माँ बाप  का काम सिर्फ हमें खुश रखना नहीं, बल्कि हमें life के struggles से सच्चाई के रास्ते पर ले जाना भी होता है। ऐसे में बच्चों को अपने emotions में Indulge हो कर, सिर्फ friend की तरह Behave  करना सही नहीं होता। कभी-कभी हमें बच्चों को Strictness से भी समझाना पड़ता है।"

What is Abhishek Bachchan doing now?

अभिषेक ने आगे कहा, "मुझे नहीं लगता कि पिता कभी भी मां की जगह ले सकता है। मां, मां होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि पिता अपने बच्चों के लिए कम सैक्रिफाइस करता है। इस फिल्म के जरिए हम यही बताने की कोशिश कर रहे हैं कि पिता, मां के जितना नहीं कर पाता है, लेकिन अपना बेस्ट देनी की कोशिश जरूर करता है।"माँ-बाप का काम बच्चों को सही-गलत का फर्क समझाना होता है। friend के roll में, हम सिर्फ बच्चों के साथ हंसी-मज़ाक कर सकते हैं, लेकिन माँ बाप की  care बच्चों के Development और ethics को सही direction में ले जाना है।"जब हम अपने बच्चों के दोस्त बनने की कोशिश करते हैं, तो कभी-कभी हम limits को cross  कर देते हैं। हमें ये  समझना होगा कि माँ बाप  का प्यार और safety बच्चों को रिश्तों की सच्चाई समझाने में मदद करता है।"

माँ-बाप बच्चों के लिए Ideal होते हैं। जब हम बच्चों के साथ friendly relations रखते हैं, तो कभी-कभी हम अपने Ideals को नजरअंदाज कर सकते हैं। बच्चों के life  में successful  बनने के लिए हमें एक मजबूत ideal Present करना होता है।""तो क्या आप मानते हैं कि माँ-बाप को बच्चों के दोस्त बनने की कोशिश करनी चाहिए? क्या आपके पेरेंट्स ने कभी आपको गाइड करने में सख्त तरीके अपनाए हैं? हमसे अपने views कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।"अभिषेक बच्चन ने कहा  "मेरे लिए मेरे पेरेंट्स हमेशा मेरे Ideal रहे हैं। उन्होंने मुझे हमेशा सही और गलत की पहचान कराई, और life  के हर पहलू को समझने में मदद की। कभी-कभी हमें अपने बच्चों से strictly पेश  आना पड़ता है, लेकिन इस Strictness का मतलब ये  नहीं कि हम उनसे प्यार नहीं करते।end  में यही कहूंगा कि माँ बाप  का प्यार और Support हमेशा चाहिए, लेकिन उनका काम बच्चों को सही दिशा दिखाना है। क्या आप इस पर सहमत हैं? अपनी राय जरूर शेयर करें। अगर आपको ये  वीडियो पसंद आया हो तो लाइक और सब्सक्राइब करना न भूलें।

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